दिनांक 10 दिसम्बर 2024
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मा0 मुख्यमंत्री सहभागिता योजनांतर्गत शिथिल पर्यवेक्षण पर वि0ओ0 मऊरानीपुर को लगाई फटकार
जनपद की सभी तहसीलों में 02-02 वृहद गौशाला निर्माण हेतु एक सप्ताह में भूमि चिन्हित कर प्रस्ताव दें:- जिलाधिकारी
गोशाला/गौ-संरक्षण केंद्र में गोवंश को ठंड से बचाने के इंतजाम पूरे करें, बीडीओ करेंगे जाँच
मा0 मुख्यमंत्री सहभागिता योजनांतर्गत सत्यापन करते हुए समस्त लाभार्थियों का भुगतान करना सुनिश्चित करें, भुगतान लंबित होने पर होगी कार्रवाही
गोवंश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता, गोवंश सड़कों पर विचरण ना करें, गोवंश को गौशाला में संरक्षित किये जाने के निर्देश
चारागाह की भूमि गोशाला में अटैच करते हुए हरे चारे का उत्पादन किया जाना सुनिश्चित किया जाए
प्रत्येक गौशाला में पर्याप्त भूसा पानी व सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ग्राम प्रधान कार्य में रुचि लें
नोडल अधिकारी अपने क्षेत्र की गौशाला का भ्रमण करें, गड़बड़ी पाए जाने पर जिम्मेदारी तय करते हुए कार्यवाही की जाएगी
गौ आश्रय स्थल पर अस्वस्थ व बीमार गौवंश का उपचार प्राथमिकता से किया जाए : जिलाधिकारी
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झांसी : आज जनपद स्तरीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन समिति की बैठक हुई जिसमें भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की समीक्षा साथ ही जनपद में बनने वाली वृहद गो-शालाओं एवं गोवंश को ठंड से बचाए जाने के उपायों पर विस्तृत चर्चा की गई।
जिलाधिकारी अवनीश कुमार ने विकास भवन सभागार में आयोजित जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जनपद की सभी तहसीलों में 02-02 वृहद गौशाला का निर्माण किया जाना है, सभी एसडीएम क्षेत्र के पशु चिकित्साधिकारी के साथ समन्वय स्थापित करते हुए एक सप्ताह में भूमि चिन्हित कर गौशाला निर्माण का प्रस्ताव प्रेषित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने इस कार्य हेतु पशु चिकित्सा अधिकारी कि जवाबदेही तय करते हुए कहा कि तहसीलदार और लेखपाल के साथ मिल कर क्षेत्र भ्रमण करते हुए भूमि चिन्हित करना सुनिश्चित करते हुए प्रस्ताव प्रेषित करें।
जिलाधिकारी ने गौवंश के प्रति संवेदनशीलता व्यक्त करते हुए कहा कि गौवंश के संरक्षण का दायित्व हम सभी का है, यह योजना मा0मुख्यमंत्री जी की सर्वोच्च प्राथामिकताओं में है। अतएव गौशालाओं में जो कमियां है उन्हें एक सप्ताह के अन्दर दूर कर उन्हें सही तरीके से संचालित कराया जाये और उनमें अधिक से अधिक गौवंश संरक्षित किये जायें। गौशालाओं की गहन निगरानी की जाये ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो सके।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनपद में गौचर भूमि को गौशाला से अटैच किया जाये, जहां आईजीएफआरआई के सहयोग से हरे चारे का उत्पादन किया जाए। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों से क्षेत्र की मृदा अनुसार कौन सी घास का उत्पादन उचित होगा की जानकारी लेते हुए ऐसे हरे चारे का उत्पादन करें जो कम पानी में तैयार हो जाता है। उन्होंने बैठक में 128 हेक्टेयर भूमि जो गौशालाओं के साथ अटैच है उसमें क्या उत्पादन किया जा रहा है की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने गौशालाओं में वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण की भी स्थिति के संबंध में उपस्थित अधिकारियों से जानकारी और सभी पेड़ों को सुरक्षित रखे जाने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनपद की समस्त गौशाला एवं गौ संरक्षण केंद्र में संरक्षित गौवंश को ठंड से बचाए जाने के पर्याप्त इंतज़ाम कर लिए जाएं। उन्होंने गौशालाओं का समय-समय निरीक्षण करने के निर्देश दिए और कहा कि किसी गौशाला में कोई कमी पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी, यदि कोई समस्या है और स्थानीय स्तर पर समस्या का निराकरण न हो सके तो संबंधित उप जिलाधिकारी/ खण्ड विकास अधिकारी के संज्ञान में अवश्य लाएं।
जिलाधिकारी ने मा0 मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गौवंश सहभागिता योजना की समीक्षा करते हुए मऊरानीपुर पशु चिकित्साधिकारी डॉ विनोद कुमार के शिथिल पर्यवेक्षण पर फटकार लगाते हुए योजना अंतर्गत लाभार्थियों का सत्यापन करते हुए तत्काल भुगतान किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद में योजना काअधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाने निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीणों को योजना की जानकारी दें ताकि उन्हें योजना का लाभ प्राप्त हो सके। जनपद में योजना अंतर्गत 1988 लाभार्थी हैं उन्होंने तत्काल शत-प्रतिशत लाभार्थियों का सत्यापन किए जाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने ठण्ड के मौसम के दृष्टिगत समस्त एसडीएम व खण्ड विकास अधिकारियों निर्देश दिए कि राजस्व कर्मी,प्रधान सहित अन्य विभाग के लोगों के साथ बैठक करते हुए गोवंश को संरक्षित करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने जनपद के मुख्य मार्गों सहित हाईवे पर छुट्टा गौवंश के कारण सड़कों पर यातायात प्रभावित होने तथा गोवंश के दुर्घटना में घायल होने के साथ-साथ आमजन के घायल होने की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए छुट्टा गौवंश को नजदीकी गौ-आश्रय स्थलों पर पहुंचाने हेतु विशेष अभियान चलाए जाने के निर्देश, अभियान में राजस्व विभाग, ग्राम विकास, नगर विकास विभाग, पशुपालन के अधिकारी व कर्मचारी टीम बनाकर अभियान चलाते हुए मार्गों पर विचरण कर रहे छुट्टा गोवंश को नजदीकी गो-आश्रय स्थल में संरक्षित कराया जाना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, एडीएम प्रशासन ए के सिंह,एडीएम वित्त एवं राजस्व वरुण कुमार पाण्डेय, एडीएम न्याय श्रीमती श्यामलता आनंद, एसडीएम सदर देवयानी, मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डाॅ अशोक कुमार, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, डा0 जे एस पाल, डीसी मनरेगा शिखर कुमार श्रीवास्तव सहित समस्त पशु चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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टीम मानवाधिकार मीडिया से ब्यूरो रिपोर्ट झांसी।