सूरत के सैयदपुरा इलाके में रविवार देर रात हुआ था पथराव। आज सुबह बुलडोजर चला।
गुजरात में सूरत के सैयदपुरा मोहल्ले में रविवार रात गणेश पंडाल पर पथराव करने वाले आरोपियों के खिलाफ सरकार ने कार्रवाई शुरु कर दी है। सोमवार दोपहर करीब 12 बजे इलाके में कई आरोपियों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलवा दिया गया।
बता दें, रविवार देर रात 6 युवकों ने पंडाल पर पथराव किया था। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद आरोपियों के घरवाले सैकड़ों लोगों के साथ प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया। इलाके में देर रात तक जमकर हिंसा हुई। पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इस मामले में 28 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
सोमवार सुबह से स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस की मौजूदगी में सुबह की आरती भी की गई। इलाके में करीब एक हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिरफ्तार किए गए सभी लोग दूसरे धर्म के हैं। इनमें 2 नाबालिग भी हैं।
हिंसक प्रदर्शन और लाठीचार्ज की तस्वीरें…
प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी कर पथराव की घटना का विरोध जताया।
पथराव की खबर मिलते ही रविवार रात थाने के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
भीड़ ने थाने के बाहर जमकर हंगामा किया।
पथराव से गुस्साए लोगों ने पुलिस थाने के बगल में खड़ी दो गाड़ियों में आग लगा दी।
भीड़ ने थाने के सामने मुख्य सड़क के किनारे खड़े एक टेंपों में भी आग लगा दी थी।
सैयदपुरा थाने के पास इकट्ठा हुई भीड़ पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
लाठीचार्ज के बाद थाने के सामने मुख्य सड़क पर भगदड़ मच गई थी।
पथराव के दौरान डीसीपी गुर्जर के माथे पर गंभीर चोटें आईं।
देर रात पुलिस ने घर का ताला तोड़कर पथराव करने वालों को हिरासत में लिया।
सोमवार सुबह आरोपियों के अवैध निर्माणों पर चला प्रशासन का बुलडोजर।
अब जानिए, कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद… सैयदपुरा इलाके में ‘वरियावी चा राजा’ के नाम से मशहूर गणेश प्रतिमा पर 6 युवकों ने पत्थर फेंके। इनमें से 4 वयस्क और 2 नाबालिग हैं। आरोपी एक टेम्पो में सवार होकर आए थे। पथराव के आरोपी भागने लगे, लेकिन आयोजकों ने सभी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद आरोपियों के परिवार और उनके इलाके के 200 से ज्यादा लोग पुलिस थाने पहुंच गए। इसी दौरान दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और 10 से ज्यादा आंसू गैस के गोले छोड़े।
पुलिस थाने से लगी गली से ही हुआ था पथराव जिस गणेश पंडाल में पथराव की यह घटना हुई, वहां से पुलिस चौकी मात्र 100 मीटर ही दूर है। पुलिस चौकी के चारों ओर एक मुख्य सड़क और फिर अगल-बगल छह अन्य गलियां हैं। रात के करीब 10.30 बजे पुलिस थाने की एक गली से पथराव शुरू हुआ और इसके बाद तीन गलियों से पथराव होने लगा था। सूचना मिलते ही सूरत पुलिस की क्राइम ब्रांच, एसओजी, पीसीबी समेत सभी एजेंसियों के पुलिसकर्मी सैयदपुरा पहुंच गए थे।
दोबारा पथराव के बाद हालात बिगड़े
इसके बाद 12.40 बजे सैयदपुरा पुलिस चौकी के पास से गुजरने वाली सड़क से दोबारा पथराव शुरू हो गया। इसके बाद विरोध प्रदर्शन देर रात हिंसक हो गया। भीड़ ने सैयदपुरा थाने का घेराव किया। इस दौरान दोनों धर्म के लोगों के बीच झड़प हुई। भीड़ ने पूरे इलाके में जमकर उत्पात मचाया और गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी भी की।
पथराव में डीसीपी विजय गुर्जर समेत 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। आसपास की इमारतों से भी पथराव किया गया। इसके बाद देर रात स्थिति काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। आंसू गैस के करीब 10 गोले भी दागे गए।
देर रात सांसद और विधायक भी पहुंचे घटना की सूचना मिलने के बाद देर रात सूरत के सांसद मुकेश दलाल मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की। घटनास्थल पर उनके पहुंचते ही जय श्रीराम के नारे लगने शुरू हो गए थे। इसी बीच भीड़ ने फिर से सैयदपुरा पुलिस चौकी का घेराव कर थाने का बोर्ड उतारने की मांग की। मुकेश दलाल ने कहा कि सभी पत्थरबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शांति की अपील करने पहुंचे स्थानीय विधायक कांति बलर और पुलिस के साथ भी धक्का-मुक्की हुई।
ड्रोन से निगरानी सहित पुलिस के 3 एक्शन…
- सैयदपुरा इलाका (जहां पंडाल में पथराव हुआ) में बड़े पैमाने पर पुलिस सर्चिंग ऑपरेशन चला रही है। पुलिस पथराव करने वालों की पहचान कर गिरफ्तार करने में जुटी है। वहीं, दो धर्म गुटों में संघर्ष न हो, इसके लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
- लाठीचार्ज और पथराव करने वालों को गिरफ्तार करने के अलावा स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू किया। पंडाल के पास के घरों में जाकर पुलिस ने पूछताछ और जांच की, क्योंकि पुलिस को लोगों को बाहर बुलाने पर स्थिति के बिगड़ने का खतरा था।
- पूरे शहर में पुलिस फोर्स बढ़ाई गई है। सूरत के उन इलाकों, जहां अलग-अलग धर्म के लोग रहते हैं, वहां पुलिस तैनात की गई। पुलिस ने शहर के सभी इलाकों में गश्त करना भी शुरू किया। नानपुरा, रांदेर, महाराणा प्रताप सर्किल समेत इलाकों की विशेष रूप से निगरानी की गई।
आज सुबह की स्थिति
आज सुबह 11 बजे की तस्वीर। अब इलाके में पूरी तरह शांति है। पंडाल में सुबह की आरती भी हुई।
पुलिस की मौजूदगी में भास्कर की टीम उस गणेश पंडाल में पहुंची, जहां देर रात आरोपियों ने पथराव किया था। वहां फिलहाल पुलिस के जवान तैनात हैं और शांतिपूर्वक भगवान गणेश की पूजा की जा रही है। पूजा अर्चना में पुलिसकर्मी भी शामिल थे।
गणेश पंडाल की आयोजक बोलीं- मूर्ति को नुकसान नहीं हुआ गणेश पंडाल की आयोजक मनीषाबेन ने बताया कि पथराव जरूर हुआ है, लेकिन मूर्ति खंडित नहीं हुई है। मूर्ति ड्रम पर रखी गई थी। पथराव के कारण ड्रम टूट गया है। मनीषाबेन ने कहा कि हम इस क्षेत्र में बहुत शांति से रहते हैं और भाईचारा बनाए रखते हैं। जब भी ताजिए का जुलूस हमारे क्षेत्र से निकलता है, तब भी कोई अप्रिय घटना नहीं होती है। हालांकि पिछले साल भी पास के एक अन्य गणेश पंडाल पर पथराव हुआ था।
हम पत्थरबाजों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करेंगे: गृह मंत्री हर्ष सांघवी गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने देर रात कहा कि सूरज की पहली किरण निकलने से पहले सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. शहर पुलिस लगातार कांबिंग कर रही है। जो कोई भी गुजरात की शांति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा उसे सजा दी जाएगी। मैं साफ कहता हूं, जो भी ताले लगाओगे, हम तोड़ देंगे। हम पत्थरबाजों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करेंगे।
हालात के मद्देनजर पूरे इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
VHP बोली- पथराव करने वालों में छोटे बच्चे भी शामिल विश्व हिंदू परिषद के सूरत नगर के मंत्री नीलेश अकबरी ने कहा- जिस तरह जम्मू-कश्मीर में छोटे-छोटे बच्चों पर पत्थर फेंके जाते थे, उसी तरह का पथराव आज सूरत में भी देखने को मिला है। पथराव करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उपद्रवियों ने गणेश उत्सव में खलल डालने की हरकत की है। इन्हें कानून का सबक सिखाना जरूरी है।
डीजीपी विकास सहाय गांधीनगर में बैठक करेंगे इस घटना को लेकर राज्य का पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। गांधीनगर में डीजीपी विकास सहाय सभी आईजी, जिले के एसपी समेत आला पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें त्योहारों के दौरान असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई पर चर्चा होगी। गौरतलब है कि 16-17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात आ रहे हैं।
अब पूरी तरह शांति है: डीसीपी डीसीपी भागीरथ गढ़वी ने कहा, ”जिन लोगों ने पथराव किया, उन्हें उसी इलाके से हिरासत में लिया गया। उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है। पुलिस की गश्त के बाद स्थिति नियंत्रण में है। मौके पर दंगा रोधी वाहन, वज्र वाहन भी तैनात किए गए हैं। वाहनों को आग लगाने में शामिल लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे अफवाहों का शिकार न बनें।