नौतनवां/महराजगंज (): वक्फ कानून में संशोधन को लेकर देश भर के मुस्लिम संगठनों और विपक्ष ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है, क्योंकि उनका मानना है कि यह मुसलमानों की धार्मिक आस्था और कार्यक्रमों में दखल की कोशिश है। अब जब यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा और अंतरिम आदेश जारी हुआ है, तो मुस्लिम समुदाय को भारत के सबसे बड़े न्यायालय से न्याय की उम्मीद जागी है।
पूर्वांचल के किछौछा शरीफ स्थित विश्व प्रसिद्ध दरगाह हज़रत सय्यद मखदूम अशरफ समनानी के वंशज और सरकार ए कलाँ के सबसे छोटे साहबजादे सय्यद हसन अशरफ अशरफी ने आज अपने दो दिनों के नेपाल दौरे के दौरान कहा कि आज के हालात में मुल्क को सबसे ज्यादा जरूरत अमन और मुहब्बत की है।उन्होंने समाज से आपसी भाईचारे और शांति बनाए रखने की अपील की।
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद मुसलमानों को उम्मीद है कि उनका धार्मिक और संवैधानिक अधिकार सुरक्षित रहेगा। मामला अब पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है।