
दिनांकः07.03.2024
अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर कृषि विश्वविद्यालय में हुई संगोष्ठी
महिला समाज की रीढ़ है – रश्मि आर्या
महिला प्रगति में शिक्षा ही मूलधारा है – कुलपति
झाँसी। रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झाँसी के सभागार में अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता एवं मऊरानीपुर विधायक रश्मि आर्या के मुख्य आतिथ्यि में परिचर्चा कार्यक्रम किया गया। कुलपति ने मुख्य अतिथि रश्मि आर्या को स्मृति चिन्ह, पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।
कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि महिला प्रगति में शिक्षा ही मूलधारा है। अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस का उद्धेश्य सभी महिलाओं के लिए अधिकार, समानता तथा सशक्तिकरण है। इन तीनों विषय पर लगातार कार्य करने की जरूरत है। हमारे देश में हमेशा से ही नारी का सम्मान रहा है। कन्या पूजन से ही नारी का सम्मान प्रारम्भ हो जाता है। कुलपति ने कहा कि पूर्व में अशिक्षा ही महिलाओं को पीछडेपन का कारण रहा है। आज बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहीं हैं, कृषि विवि में पिछले वर्ष दीक्षांत समारोह में 17 गोल्ड मेडल दिए गए इनमें 16 छात्राएं रहीं। कृषि विवि में स्नातक, परस्नातक, पीएचडी में छा़त्राएं अध्ययनरत हैं, जो मात्स्यकी, उद्यानिकी वानिकी, पशु महाविद्यालय में शिक्षा लेकर ऊचाइयों को छू रहीं हैं। विवि के कर्मचारियों में भी महिलाएं अधिक हैं जो अच्छा कार्य कर रहीं हैं। कुलपति ने कहा कि परिवार में यदि महिला शिक्षित है तो वह बच्चों को भी शिक्षित व पोषित करने में सक्षम होती है।

कार्यक्रम समन्वयक/निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. सुशील कुमार सिंह ने अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस के महत्ता की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि 1908 में न्यूयार्क में महिलाओं को समान अधिकार के लिए महिलाओं ने मार्च निकाला, कई आंदोलन किए। अंतर्राष्ट्रीय महिला वर्ष (IWC) संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1975 में दिया गया नाम था। उस वर्ष से 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है, और 1976 से 1985 तक महिलाओं के लिए संयुक्त राष्ट्र दशक की भी स्थापना की गई। इस वर्ष अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस का विषय त्वरित कार्यवाही है। नारी शक्ति वंदन योजना समेत कई लाभकारी योजनाएं भारत सरकार एवं राज्य सरकार चला रही है। कृषि विवि में भी महिला कृषकों को तमाम योजनाओं के अर्न्तगत कृषक उपकरण, प्रशिक्षण, बीज आदि देकर सम्मानित किया जाता है।
मुख्य अतिथि मऊरानीपुर विधायक रश्मि आर्या ने कहा कि महिला समाज की रीढ़ है। आज महिलाएं एक दूसरे के साथ मिलकर आगे बढ़ रहीं हैं। उन्होंने कहा कि हर दिन मातृ – शक्ति का दिन है। आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे निकल रहीं हैं। निश्चित ही महिलाओं ने ऊँचाइयों को छुआ है। रश्मि आर्या ने कहा कि आज हम सशक्त, अत्मनिर्भर हैं और स्वतंत्र भी हैं। पूर्व में महिलाओं ने काफी उत्पीड़न सहन किया है। आज के समय में महिलाएं अपने लक्ष्य को प्राप्त कर रहीं हैं। झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई, रानी अवन्ती बाई, कल्पना चावला, झलकारी बाई आदि महिलाओं ने देश का नाम रोशन किया है।
हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी देश की महिलाओं को आगे बढ़ाने का कार्य निरंतर कर रहे हैं। बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ जैसी तमाम योजनाएं महिलाओं के लिए चला रहे हैं। विधायक रश्मि आर्या ने कृषि विवि की महिला वैज्ञानिकों से आवाहन किया कि ग्रामीण अंचल में रहने वाले किसान परिवार की महिलाओं को भी प्रोत्साहित करें। ग्रामीण आंचल में आज भी कुप्रथा है कि बेटी पराया धन है और बेटा कुलदीपक है। लेकिन बेटियां हमेशा दो कुलों का मान रखती हैं। आज ग्राम पंचायत से लेकर राष्ट्रपति के पद तक महिला ही है। अंत में उन्होंने कहा कि महिलाएं आगे बढ़ें और समाज को भी आगे बढ़ाएं। इस अवसर पर डॉ. अनिल कुमार, डॉ. आरके सिंह, डॉ. मनीष श्रीवास्तव, डॉ. एमजे डोबरियाल, डॉ. एसएस कुशवाह सहित विवि के सभी विभागाध्यक्ष, महिला वैज्ञानिक, महिला एनसीसी कैडेट, महिला कर्मी उपस्थित रहीं।
संचालन डॉ. अर्तिका सिंह ने व डॉ. मीनाक्षी आर्या ने सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।
टीम मानवाधिकार मीडिया से आनन्द बॉबी चावला झांसी।