पत्रकारों की सुरक्षा के लिए विशेष आयोग का हो गठन।
नौतनवां/महराजगंज() लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकारिता का महत्व अति आवश्यक है, लेकिन हाल के वर्षों में पत्रकारों पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। इसी कड़ी में, निर्भीक और कर्तव्यनिष्ठ पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की निर्मम हत्या ने पूरे पत्रकारिता जगत को झकझोर कर रख दिया है। वह निष्पक्ष पत्रकारिता के माध्यम से समाज की सच्चाई को उजागर करने में लगे हुए थे, लेकिन उनकी आवाज़ को दबाने के लिए कायरतापूर्ण तरीके से उनकी हत्या कर दी गई।राघवेंद्र वाजपेई की हत्या से पत्रकार समाज में गहरा आक्रोश है। पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल उठ खड़ा हुआ है। पत्रकार लोकतंत्र के प्रहरी होते हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए कोई ठोस व्यवस्था न होने से वे लगातार असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इस दुखद घटना के बाद पत्रकार संगठनों ने एकजुट होकर सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की है।इसी क्रम में जर्नलिस्ट प्रेस क्लब के तहसील इकाई नौतनवा के तहसील अध्यक्ष अतुल जायसवाल के नेतृत्व में राजपाल को संबोधित एक 5 सूत्रीय ज्ञापन पत्र उपजिलाधिकारी नौतनवां नवीन कुमार को सौपा गया।
प्रेस क्लब के अध्यक्ष ने मांग की, इस हत्या की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच कराई जाए और दोषियों को कठोरतम् सजा दी जाए, पत्रकार सुरक्षा कानून शीघ्र लागू किया जाए, स्वर्गीय राघवेंद्र वाजपेई के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा प्रदान किया जाए, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष आलोक जोशी ने कहा की पत्रकारों पर लगातार बढ़ रहे हमलों ने देशभर में चिंता बढ़ा दी है। राघवेंद्र वाजपेई की हत्या इस बात का संकेत है कि सच्चाई को उजागर करने वाले पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं। इससे पहले भी कई पत्रकारों पर हमले हो चुके हैं, लेकिन दोषियों पर सख्त कार्रवाई न होने से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।इस दर्दनाक घटना से पत्रकारिता जगत सदमे में है। लोकतंत्र की मजबूती के लिए निष्पक्ष पत्रकारिता बेहद आवश्यक है, लेकिन अगर पत्रकार ही सुरक्षित नहीं होंगे, तो समाज में सच्चाई की आवाज़ दब जाएगी। प्रेस क्लब ने सरकार से जल्द से जल्द कठोर कार्रवाई करने की अपील की है, ताकि दोषियों को सजा मिले और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।इस दौरान आलोक जोशी,बद्री प्रसाद अग्रहरी,राजा अग्रहरि, दिनेश चंद जायसवाल, विनोद पटवा,अशोक कुमार रौनियार,दुर्गा मद्धेशिया, मुराद अली, मोहम्मद आरिफ उपस्थित रहे।