दिनांक 27.11.2024
एक बार फिर बिजौली स्थित सालिड वेस्ट मैनेजमेण्ट प्लाण्ट का मुददा गरमा गया जब नगर निगम द्वारा बिजौली निवासियों को मकान खाली कर तोड़ने का नोटिस जारी किया गया।
पूर्व केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने नगर आयुक्त के समक्ष फिर से वेस्ट मैनेजमेण्ट एक्ट को लेकर नगर निगम की अनदेखी करने की बात की। उन्होंने कहा कि नियम के अनुसार कूड़े के निस्तारण का प्लाण्ट आबादी से पांच किलोमीटर से दूर बनाया जाना चाहिए था लेकिन नगर निगम ने सारे नियमों को ताक में रख कर बिजौली में आबादी के पास सालिड वेेस्ट मैनेजमेण्ट प्लाण्ट लगवा दिया जहां आबादी के करीब पूरे शहर की गन्दगी और मरे हुए जानवर डम्प किए जा रहे हैं। कभी भी कोई गम्भीर बीमारी फैलने का हमेशा अन्देशा बना हुआ है। कब कोई बीमारी बिजौली निवासियों में फैल जाए कुछ पता नहीं। बिजौली से इस प्लाण्ट को शिफट करने के बजाए नगर निगम बिजौली निवासियों को उनके निवास स्थान से बेदखल करने पर आमादा है जो वहां के निवासियों के साथ सरासर अन्याय है। आबादी को शिफट करने के बजाए वहां से प्लाण्ट शिफट किया जाना चाहिए।
प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि अगर कोई अपना जीवन बचाने के लिए आवाज़ उठाता है तो उसके मकान तोड़े जाने का नोटिस दिया जाता है ये कहां का न्याय है। उन्होंने कहा कि बिजौली में जो लोग वर्षो से रह रहे हैं उन के मकान तोड़ कर वहां के रहने वालों को दरबदर भटकने के लिए छोड़ने से बेहतर है कि सालिड वेस्ट मैनेजमेण्ट प्लाण्ट नियम के अनुसार आबादी से पांच किलोमीटर दूर शिफट किया जाए।
टीम मानवाधिकार मीडिया से ब्यूरो रिपोर्ट झांसी।