झांसी महानगर: शीतलहर के बढ़ते प्रकोप के चलते जिलाधिकारी ने जारी करी एडवाइजरी

 झांसी दिनांक 12 दिसम्बर 2024
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जिलाधिकारी ने की शीतलहर से बचाव हेतु एडवाइजरी जारी

जनपद में शीतलहर के बढ़ते प्रकोप के दृष्टिगत छोटे और नवजात बच्चों को सुरक्षित रखने के दिए निर्देश

कमरों में रूम हिटर का प्रयोग सावधानी से करें, वेंटिलेशन की व्यवस्था भी होना जरुरी

शीत लहर और कोहरे के दृष्टिगत गोवंश को भी सुरक्षित रखने के दिए निर्देश, गो-पालक विशेष ध्यान रखें

गौशालाओं एवं गौ आश्रय स्थल पर गोवंश को ठंड से बचने की लिए त्रिपाल और अलाव का करें इस्तेमाल

झांसी।आज जिलाधिकारी  अविनाश कुमार ने जनपद वासियों से कहा कि शीतलहर बढ़ते प्रकोप एवं भीषण ठण्ड से स्वयं को बचाएं और अन्य को भी सुरक्षित रखें।
जिलाधिकारी ने जनपद वासियों से अपील करते हुए कहा कि ठंड से बचने हेतु निम्नलिखित उपायों को अवश्य अपनाऐं। स्थानीय रेडियो, दैनिक समाचार पत्र, टी०वी० एवं मोबाइल फोन के माध्यम से मौसम की जानकारी लेते रहें और अन्य लोगों को भी मौसम की जानकारी देते रहें।
उन्होंने ठंड से बचने के उपायों के संदर्भ में जन सामान्य को बताया कि कोयले की अंगीठी/मिट्टी तेल का चूल्हा/हीटर इत्यादि का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें तथा कमरे में शुद्ध हवा का आवागमन/वेंटिलेशन/वायु संचार बनाये रखें ताकि कमरे में विषाक्त/जहरीला धुआँ इकट्ठा न हो और किसी अनहोनी घटना से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि शरीर को सूखा रखें, गीले कपड़े तुरन्त बदल लें, ये आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। घर में अलाव का सामान न हो तो अत्यधिक ठंड के दिनों में सामुदायिक केन्द्रों/ सार्वजनिक स्थलों पर जाएं, जहां प्रशासन द्वारा अलाव का प्रबन्ध किया गया हो।
उन्होंने बताया कि कई स्तरों वाले गर्म कपड़े जैसे-ऊनी कपड़े, स्वेटर, टोपी, मफलर इत्यादि का प्रयोग आपको शीतदंश से बचा सकते है। अत्यधिक ठण्ड/कोहरा पड़ने पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को जितना हो सके घर के अंदर रखें। शरीर में ऊष्मा के प्रवाह को बनाये रखने के लिए पोषक आहार एवं गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें। हाइपोथर्मिया के लक्षणों जैसे-असामान्य शरीर का तापमान, भ्रम या स्मृति हानि, बेहोशी, विचलन, असीमित ठिठुरना, सुस्ती, थकान, तुतलाना, थकावट इत्यादि की स्थिति उत्पन्न होने पर अपने नजदीकी अस्पताल में संपर्क करें।
उन्होंने शीतदंश लक्षणों जैसे शरीर के अंगों का सुन्न पड़ना, हाथों-पैरों की उँगलियों, कान, नाक आदि पर सफेद या पीले रंग के दाग उभर आने पर अपने नजदीकी अस्पताल में संपर्क करें। अपने आस-पास के अकेले रहने वाले पड़ोसियों की जानकारी रखें, खासकर बुजुर्गों की, एवं किसी भी आपात स्थिति में सहायता के लिए नजदीकी पुलिस स्टेशन एवं जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण/ कण्ट्रोल रूम से संपर्क कर सकते हैं।
जिलाधिकारी  अविनाश कुमार ने जनपद के समस्त तहसील/नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायत में ठंड से बचाव हेतु गरीब, निराश्रित, असहाय व्यक्तियों को कंबल वितरण किए जाने के निर्देश देते हुए कहा जीरो पावर्टी लाइन के लोगों को प्राथमिकता से कंबल वितरण करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति खुले में सोता हुआ ना पाया जाए उसे नजदीकी शेल्टर होम/रैन बसेरा में भेजा जाए ताकि ठंड से बचाया जा सके।
जिलाधिकारी ने समस्त एसडीएम एवं अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि भीषण शीत लहर के दृष्टिगत गोवंश की सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने गोवंश को ठंड से बचने के लिए त्रिपाल का इस्तेमाल करने एवं अलाव के माध्यम से भी उन्हें ठंड से सुरक्षित रखने के निर्देश दिए।
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टीम मानवाधिकार मीडिया से ब्यूरो रिपोर्ट झांसी।

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