दमोह शहर के किल्लाई नाका इलाके में डिसाइल्स ऑफ क्राइस्ट चर्च के मसीही समाज ग्रह के नाम पर किए गए अतिक्रमण को सोमवार सुबह जिला प्रशासन ने हटा दिया। सुबह करीब 8 बजे प्रशासनिक अमला अपने सामान के साथ मौके पर पहुंचा और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी।
इस दौरान मसीही समाज के दर्जनों लोग इस कार्रवाई का विरोध करने के लिए पहुंचे, लेकिन वहां पर मौजूद पर्याप्त पुलिस बल ने विरोध करने वाले सभी लोगों को किनारे कर दिया।
चर्च के सचिव बोले- प्रशासन ने की गलत कार्रवाई
डिसाइल्स ऑफ क्राइस्ट चर्च के सचिव नवीन लाल ने बताया कि प्रशासन की ओर से यह गलत कार्रवाई की जा रही है। पहले भी उनके इस जमीन को लेकर जिला प्रशासन ने जमीन पर कब्जे की बात को लेकर नोटिस जारी किया था, जिसका केस कोर्ट में चला था।
अब दोबारा से प्रशासन ने नपाई की है जिसमें हमें बताया गया है कि 15550 वर्ग फीट जमीन पर हमने अतिक्रमण किया गया है। हमने राजस्व अमले को यह भी कहा था कि हम इस नपाई से संतुष्ट नहीं है।
हमें अपनी बात रखने के लिए समय भी नहीं दिया गया। शनिवार को हमें नोटिस देकर अतिक्रमण हटाने कहा गया। रविवार को हमारी बात नहीं सुनी गई। हमने कोर्ट में याचिका लगाई, लेकिन रविवार होने के कारण सुनवाई नहीं हुई है। सुनवाई की तारीख तय हो उसके पहले ही प्रशासन ने हमारा काफी नुकसान कर दिया है।
मसीही समाज ने अतिक्रमण को लेकर प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
हिंदू संगठनों ने मसीही समाज ने नजूल की जमीन पर किए गए अतिक्रमण को लेकर प्रशासन को ज्ञापन दिया था और यह मांग की थी कि तत्काल अतिक्रमण को हटाया जाए।
ज्ञापन में बताया गया था कि क्रिश्चियन कॉलोनी में खेल मैदान और सार्वजनिक रास्ते पर अतिक्रमण कर बाउंडरी बाल बना ली गई है। बजरंगियों ने यह चेतावनी भी दी थी यदि प्रशासन शीघ्र ही इस अतिक्रमण को नहीं हटाता, तो वह खुद जाकर अतिक्रमण हटाएंगे।
विवाद की स्थिति उत्पन्न ना हो इसलिए प्रशासन ने तत्काल ही इस मामले में एक्शन लिया और जमीन का माप करने के बाद डिसाइल्स ऑफ क्राइस्ट चर्च के सचिव नवीन लाल को एक नोटिस जारी किया। जिसमें उल्लेख किया गया कि उन्होंने 15550 वर्ग फीट सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया है, इसे तत्काल हटा लिया जाए। साथ में ₹1 लाख का जुर्माना भी लगाया गया, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया गया इसलिए प्रशासन ने सोमवार को खुद ही यहां पर बुलडोजर चला दिया।
मसीही समाज के लोगों ने कहा, झूठ बोल रहे तहसीलदार
तहसीलदार मोहित जैन से इस कार्रवाई को लेकर जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद इसका बाकायदा प्रकरण दर्ज होने के बाद अनावेदक पक्ष को सुनवाई के लिए अवसर दिया गया था।
उन्हें अतिक्रमण हटाने के लिए बाकायदा नोटिस भी जारी किया था, लेकिन जब उन्होंने अतिक्रमण नहीं हटाया, तो आज प्रशासन को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करनी पड़ी। जैसे ही तहसीलदार मोहित जैन ने पर्याप्त समय देने वाली बात कही, तो वहां मौजूद मसीह समाज के लोग जोर-जोर से चिल्लाने लगे कि यह झूठ बोल रहे हैं, झूठ बोल रहे हैं।