लेखपालों की लापरवाही से रुकी किसानों की फार्मर रजिस्ट्री, अंश निर्धारण नहीं होने से बढ़ी परेशानी

नौतनवा/महराजगंज(आज) जब से कृषि विभाग द्वारा किसने की फॉर्म रजिस्ट्री कराई जा रही है,तभी से विभिन्न शिकायतें भूमि संबंधी कागजों को लेकर आ रहे हैं। इसी क्रम में किसानों की फार्मर रजिस्ट्री में लेखपालों की घोर लापरवाही सामने आई है, जिससे हजारों किसान सरकारी योजनाओं का लाभ लेने से वंचित हो रहे हैं। अंश निर्धारण की प्रक्रिया अधूरी रहने के कारण कृषि विभाग के पोर्टल पर किसानों का नाम ही नहीं उठ रहा है। ऐसे में उनकी फार्मर रजिस्ट्री नहीं हो पा रही, जिससे उन्हें सरकारी सब्सिडी, फसल बीमा और अन्य योजनाओं का लाभ मिलने में कठिनाई हो रही है।
कृषि विभाग के पोर्टल पर फार्मर रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी है कि किसान के नाम पर भूमि दर्ज हो। लेकिन समस्या यह है कि अभी तक सभी खतौनियो में अंश निर्धारण हुआ  है,  कई मामलों में जिन किसानों का नाम भूमि अभिलेखों में स्पष्ट रूप से नही है, उनका नाम नहीं उठ रहा है, जबकि कुछ मामलों में पुराने मालिकों का नाम ही दिखाई दे रहा है।
इस मामले में कृषि विकास अधिकारी सोनू कुमार ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री अनिवार्य हो गया है, फार्मर रजिस्ट्री नहीं करने वाले किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल पाना बहुत मुश्किल होगा जिनका खतौनी में अंश निर्धारण हो गया है, उनका पोर्टल पर नाम शो कर रहा है ,जिनका अंश निर्धारण खतौनी में नहीं हुआ है,वह जल्द तहसील में सम्पर्क कर अंश निर्धारण करा ले ताकि उनका भी फार्मर रजिस्ट्री हो सके।

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