वट सावित्री व्रत पर महिलाओं ने की बरगद की पूजा निर्जला व्रत रख पति की लंबी आयु की कामना की

  • हटा से पुष्पेन्द्र रैकवार कि रिपोर्ट

वट सावित्री व्रत पर महिलाओं ने की बरगद की पूजा हटा मैं सुहागिनों ने निर्जला व्रत रख पति की लंबी आयु की कामना की हटा सोमवार को वट सावित्री व्रत श्रद्धा पूर्वक मनाया गया नगर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र की सुहागिन महिलाओं ने निर्जला व्रत रखा वट सावित्री व्रत पूजा भी इसी के अंतर्गत आता है जहां सुहागन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती है

इस दिन महिलाएं पति के लिए दीघार्यु ओर सुखी वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला उपवास रखती गौरी शंकर मंदिर परिसर में स्थित वट वृक्ष के पास बड़ी संख्या में महिलाएं जूटीं! उन्होंने विधिवत पूजन सामग्री के साथ व्रत का संकल्प लिया धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार वट वृक्ष की द्वारा परिक्रमा की महिलाओं ने कच्चा धागा बरगद के पेड़ पर बांधा इसके बाद वही धागा अपने गले में धारण किया माता सावित्री ने अपने तप से यमराज से पति सत्यवान के प्राण वापस लिए थे तभी से यह व्रत माना जाता है इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और सुख समृद्धि की प्रार्थना करती हैं व्रती महिलाओं ने पूड़ी पुआ चना खरबूजा और अन्य फल व्रत वट वृक्ष को अर्पित किए इसके बाद उपवास पूर्ण किया

कस्बे और आसपास के ग्रामों में व्रत को लेकर उत्साह का माहौल रहा महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में नजर आए पूरे क्षेत्र में आस्था का वातावरण दिखाक्या कहती हैं सुहागिन महिलाएं वट सावित्री पूजा करने आई सुहागिन महिलाओं का कहना है कि आज के दिन सावित्री ने यमराज से अपने पति के लिए कठिन तपस्या कर अपने पति सत्यवान का प्राण वापस लाई थी. तभी से सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुहाग की रक्षा के लिए वट वृक्ष के नीचे पूजा अर्चना करती हैं. जामताड़ा समेत पूरे जिले एवं आसपास क्षेत्र में वट सावित्री पूजा को लेकर धूम है.

  • उपकाशी नगरी नाम से प्रसिद्ध देवे के देव महादेव के पंडित राम सुजान पाठक जी
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