प्रसिद्ध कवि पंकज अभिराज को देशभर में मिल रहा है सम्मान
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर काव्य पाठ से बना रहे अपनी विशेष पहचान
झांसी। देश भर में झांसी का नाम विख्यात कर रहे हिंदी काव्य जगत के सुप्रसिद्ध कवि पंकज अभिराज अपने ओजस्वी और प्रभावशाली काव्य पाठ से देशभर में एक अलग पहचान बना चुके हैं। उन्होंने अब तक 500 से अधिक राष्ट्रीय मंचों और विभिन्न टीवी चैनलों पर अपनी काव्य प्रस्तुति दी है, इससे वे साहित्य प्रेमियों के बीच बेहद लोकप्रिय हो चुके हैं।

लाल किला कवि सम्मेलन में प्रस्तुति और दिल्ली पुलिस द्वारा सम्मान
भारत के सबसे प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक काव्य मंच “लाल किला कवि सम्मेलन” में अपनी प्रस्तुति देकर उन्होंने अपनी काव्य प्रतिभा का लोहा मनवाया। उनकी प्रभावशाली प्रस्तुति और हिंदी साहित्य में योगदान को देखते हुए उन्हें विशेष आयुक्त दिल्ली पुलिस श्री रवींद्र सिंह यादव जी द्वारा सम्मानित किया गया, जो उनके साहित्यिक कद को और ऊंचा करता है।

ललितपुर गौरव – 2025 सम्मान से सम्मानित
कवि पंकज अभिराज को उनकी उत्कृष्ट साहित्यिक सेवाओं और काव्य में महत्वपूर्ण योगदान के लिए झाँसी जिले से सटे ललितपुर जिला प्रशासन द्वारा “ललितपुर गौरव – 2025” सम्मान से नवाजा गया। यह सम्मान पाकर उन्होंने झाँसी का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।

हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा ‘यूथ आइकॉन’ सम्मान
युवा पीढ़ी को साहित्य की ओर प्रेरित करने और हिंदी साहित्य में नवाचार लाने के लिए हिंदी साहित्य अकादमी ने उन्हें “यूथ आइकॉन” सम्मान से सम्मानित किया है। यह सम्मान उन्हें हिंदी भाषा और कविता को नए आयाम देने के लिए प्रदान किया गया, इससे वे युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।

ताज साहित्य उत्सव, आगरा – 2025 में अभिनेता अन्नू कपूर द्वारा सम्मान
हाल ही में आगरा में आयोजित “ताज साहित्य उत्सव – 2025” में उन्हें प्रसिद्ध अभिनेता अन्नू कपूर द्वारा सम्मानित किया गया। इस प्रतिष्ठित साहित्यिक महोत्सव में देशभर के साहित्यकारों की उपस्थिति में पंकज अभिराज को यह सम्मान दिया गया, जो उनकी काव्य साधना और योगदान का बड़ा प्रमाण है।
हिंदी कविता के लोकप्रिय सितारे
कवि पंकज अभिराज अपने सशक्त और प्रभावी काव्य लेखन के लिए निरंतर चर्चाओं में बने रहते हैं…अपने गीत, ग़ज़लों, मुक्तकों के साथ साथ उन्हें प्रस्तुत करने के लाजवाब अंदाज़ ने साहित्य जगत में पंकज अभिराज को एक विशिष्ट पहचान दिलाई है।
उनकी यह उपलब्धियां न केवल उनके व्यक्तिगत साहित्यिक सफर की ऊंचाइयों को दर्शाती हैं, बल्कि हिंदी काव्य की गरिमा को भी बढ़ाने का कार्य कर रही हैं।
टीम मानवाधिकार मीडिया से आनन्द बॉबी चावला झांसी।