ईडी के कार्यवाही से चर्चाओ का बजार गरम,क्या राडार पर है हवाला करोबारी?
नौतनवां/महराजगंज: बीते गुरुवार को कस्बे के एक कपड़ा व्यापारी के घर हुई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी ने नगर में चर्चाओं का माहौल गर्म कर दिया है। स्थानीय लोग इस कार्रवाई को लेकर तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। मामला पैसों की बड़ी हेराफेरी या हवाला से जुड़ा हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, भारत-नेपाल सीमा पर कुछ व्यापारी जीएसटी नंबर का उपयोग कर माल नेपाल भेजने के नाम पर देश के विभिन्न हिस्सों से भारी मात्रा में माल मंगवाते हैं। नौतनवां जैसे छोटे कस्बे में इतनी खपत होना एजेंसियों के रडार पर है। जानकारों का कहना है कि यह माल स्थानीय गोदामों में जमा कर तस्करी के जरिए नेपाल भेजा जाता है। कस्टम और जीएसटी के कागज सेटिंग के जरिए तैयार कराए जाते हैं ताकि जीएसटी रिफंड का लाभ लिया जा सके। इसके साथ ही हवाला के जरिए बड़ी रकम का लेनदेन होता है। इस तरह के लेनदेन के कोई भी साक्षय नहीं होते हैं, जिससे भारत और नेपाल के बीच हवाला कारोबार पाव पसार रहा है,ऐसा बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह करीब 7 बजे ईडी की टीम ने स्थानीय पुलिस और बैंक अधिकारियों के साथ इंदिरा नगर स्थित एक मकान पर छापा मारा। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि पूछताछ देर रात करीब 9 बजे तक चली। इस दौरान घर के सदस्यों को बाहर नहीं आने दिया गया और उनके मोबाइल जब्त कर लिए गए। ईडी की टीम इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और अन्य दस्तावेज जब्त कर अपने साथ ले गई। सूत्र बताते हैं कि यह मामला डिजिटल ठगी से जुड़े पैसों के लेनदेन का हो सकता है। नोएडा निवासी एक आरोपी ने चेन्नई में डिजिटल ठगी के जरिए करीब एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी। बताया जा रहा है कि इस रकम में से 7 लाख रुपये नौतनवां के व्यापारी के फर्म के खाते में ट्रांसफर हुए थे। जानकारों के अनुसार, ईडी जैसी एजेंसी इतने कम पैसों के लिए समय बर्बाद नहीं करती। सूत्रों का कहना है कि यह मामला हवाला और बड़े स्तर पर हो रहे वित्तीय घोटालों से जुड़ा हो सकता है।