जंगल में काटा वनवास इसलिए प्रभु श्री राम बने मर्यादा पुरूषोत्तम श्री रामः नन्दी– प्रयागराज मंडल से अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट
*मंत्री नन्दी ने प्रदेशवासियों को दी दशहरा की शुभकामनाएं*
*बुराई कितनी भी बड़ी क्यों न हो, अच्छाई के सामने टिक नहीं सकती*
बुराई पर जीत के महापर्व दशहरा की पूर्व संध्या पर उत्तर प्रदेश सरकार के आद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने समस्त प्रदेशवासियों को विजयादशमी पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मंत्री नन्दी ने कहा कि विजयदशमी धर्म, सत्य और न्याय के विजय पर्व के साथ ही सनातन की पताका के विजय का पर्व है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु श्री राम का जीवन अदर्शों की एक मिसाल है, जो समाज को निरंतर सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं।
मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रभु श्री राम राज-पाठ, ऐश्वर्य को त्याग कर माता-पिता के आदेश का पालन करते हुए वनवास को गए तो मर्यादा पुरूषोत्तम हुए, जो इस चराचर जगत के आधार स्तम्भ हैं। मंत्री नन्दी ने कहा कि बुराई कितनी भी बड़ी क्यों न हो, अच्छाई के सामने टिक नहीं सकती। प्रभु श्री राम विषम परिस्थितियों में भी नीति सम्मत रहे।
उन्होंने वेदों और मर्यादा का पालन करते हुए सुखी राज्य की स्थापना की। प्रभु श्री राम को मर्यादा पुरूषोत्तम इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने कभी भी कहीं भी जीवन में मर्यादा का उल्लंघन नहीं किया। माता-पिता और गुरू की आज्ञा का पालन करते हुए क्यों शब्द कभी मुख पर नहीं लाए। वह एक आदर्श पुत्र, आदर्श शिष्य, आदर्श भाई, आदर्श पति, आदर्श पिता और एक आदर्श राजा बने।
Share