नीति आयोग द्वारा जिला एवं मुसाबनी ब्लॉक को 5 इंटिकेडर के सैचुरेशन के आधार पर दिया गया सिल्वर मेडल
उपायुक्त ने पदाधिकारियों एवं कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित, बोले… किसी भी योग्य लाभुक को एक दिन की भी देरी बिना लाभान्वित करें, दायित्व निर्वहन में निरंतरता बनाए रखते हुए प्रत्येक नागरिक को उनका हक दिलायें
जिला को सिल्वर मेडल प्राप्त होने पर उपायुक्त को राज्य स्तरीय कार्यक्रम में किया जाएगा सम्मानित
जमशेदपुर (झारखंड)। पूर्वी सिंहभूम जिला को आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अंतर्गत नीति आयोग द्वारा चलाये गए ‘संपूर्णता अभियान’ में 5 सूचकों (इंडिकेटर्स) में सैचुरेशन हासिल करने पर सिल्वर मेडल से सम्मानित किया गया है। साथ ही आकांक्षी प्रखंड मुसाबनी को भी 5 सूचकों में सैचुरेशन हासिल होने पर नीति आयोग द्वारा सिल्वर मेडल से सम्मानित किया गया है।
इस उपलक्ष्य में टाउन हॉल, सिदगोड़ा में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी एवं अन्य पदाधिकारियों, जमशेदपुर पूर्व के विधायक प्रतिनिधि द्वारा दीप प्रज्ववलित कर किया गया।
गौरतलब है कि पूर्वी सिंहभूम जिला को 5 इंडिकेटर क्रमश: गर्भवती एवं धात्री माताओं के बीच पोषाहार वितरण, सॉयल हेल्थ कार्ड का वितरण, बच्चों का टीकाकरण, माध्यमिक स्तर के विद्यालयों में विद्युतीकरण, सरकारी विद्यालयों में अध्ययरत बच्चों को अकादमिक सेशन के एक माह के अंदर पुस्तकें उपलब्ध कराने में सैचुरेशन की स्थिति प्राप्त होने पर सिल्वर मेडल प्राप्त हुआ है।
वहीं, मुसाबनी प्रखंड को गर्भवती माताओं का एएनसी जांच, गर्भवती एवं धात्री माताओं के बीच पोषाहार वितरण, सॉयल हेल्थ कार्ड का वितरण, डायबिटिज और हाइपरटेंशन का स्क्रीनिंग में सैचुरेशन की स्थिति प्राप्त होने पर सिल्वर मेडल प्राप्त हुआ है।
इस मौके पर उपायुक्त द्वारा बीडीओ सुश्री अदिति गुप्ता को नीति आयोग द्वारा मुसाबनी प्रखंड को सिल्वर मेडल प्राप्त होने पर सम्मानित किया गया। साथ ही जिला के इंडिकेटर में बेहतर कार्य प्रदर्शन के लिए बीडीओ बहरागोड़ा श्री केशव भारती, बीडीओ जमशेदपुर सदर श्री सुमित प्रकाश, बीडीओ बोड़ाम श्री किकू महतो, बीडीओ घाटशिला श्रीमती यूनिका शर्मा, पिरामल के फेलोज अभिषेक झा, रिया कुमारी, शशि भूषण प्रसाद, वंदना मौर्य को प्रशस्ति पत्र दिया गया। साथ ही, पूरे जिला से कुल 110 अन्य फ्रंटलाइन वर्कर एवं कर्मचारियों को भी इस उपलब्धि में परस्पर भागीदारी के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी ने कहा कि प्रारंभ में हमारा प्रयास कुछ प्रमुख सूचकों (इंडिकेटर्स) में सैचुरेशन प्राप्त करना था, परंतु सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों के सामूहिक सहयोग, प्रतिबद्धता और समन्वय के कारण आज हमारा जिला न केवल संख्यात्मक बल्कि गुणात्मक उपलब्धियां हासिल करने में सफल हुआ है। उन्होंने कहा कि सैचुरेशन एक स्थिर अवस्था नहीं, बल्कि एक सतत प्रक्रिया है। इसमें निरंतर नए लाभुक जुड़ते हैं, कुछ को योजनाओं के लाभ तक पहुंचने में चुनौतियां आती हैं, और परिस्थितियां बदलती रहती हैं।
ऐसे में हमारा उद्देश्य यह होना चाहिए कि कोई भी पात्र व्यक्ति—चाहे नया हो या पहले से छूटा हुआ—एक दिन की भी देरी के बिना योजनाओं, बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं से आच्छादित हो।
उपायुक्त ने पदाधिकारियों से कहा कि यदि कोई नागरिक समस्या लेकर कार्यालय में आता है या आप फील्ड में भ्रमण के दौरान किसी जरूरतमंद से मिलते हैं, दोनों ही परिस्थितियों में संवेदनशीलता और तत्परता के साथ समाधान की दिशा में पहल की जानी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा जब तक हर वह नागरिक, जो वास्तव में लाभ का हकदार है, उसे उसका अधिकार प्राप्त नहीं हो जाता तब तक हमारा प्रयास रुकना नहीं चाहिए, यही प्रशासन की जवाबदेही है।
कार्यक्रम में जमशेदपुर पूर्व के विधायक प्रतिनिधि श्री गुंजन यादव, निदेशक एनईपी श्री संतोष गर्ग, सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल, उप नगर आयुक्त जेएनएसी श्री कृष्ण कुमार, जिला योजना पदाधिकारी श्री मृत्युंजय कुमार, डीआईओ श्री किशोर प्रसाद, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी श्री पंचानन उरांव, बीडीओ, सीओ तथा अन्य पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित रहे।