26/09/2024 दिन गुरुवार को दलित महिला 30-35(दलित/पिछड़े) मजदूरो के साथ
किसान के खेत में मजदूरी से सोयाबीन की कटाई करने गयी हुयी थी । किसान के खेत के पास रहने वाली मीना, रमेश तोमर और खुशी निवासी बेला पुरवा, थाना मगरोन जिला दमोह (म.प्र.) ने पड़ोसी किसान के खेत पर सोयाबीन की कटाई करने आये दलित मजदूरों पहले महिला मीना तोमर बगैरह ने धमकाया और बहुत गंदी गंदी गालियां दी और धमकी देते हुए दलित मजदूरों को जाति सूचक शब्दों से चमरिया (चमार) कहते हुये बोली कि तुम लोग यहां कटाई नहीं कर सकते । सोयाबीन कटाई का काम छोड़कर खेत से भाग जाओ नहीं तो तुम लोगों को छोड़ेंगे नहीं और विवाद करते हुए लगातार उक्त तीनों मीना तोमर , रमेश तोमर और खुशी तोमर ने हमें चमार कहकर गालियां दी और जान से मारने की धमकी हम लोगों को दी । मीना रमेश तोमर बगैरह ने चमरिया (चमार जाति) कहकर गंदी गंदी गालियां देकर मेरा और मेरी संपूर्ण जाति का अपमान किया है हमारे आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है और हमारी भावनाएं आहत हुई हैं । उसी दिन शाम को हम इस घटना की रिपोर्ट दर्ज करवाने मगरोन थाना प्रभारी के पास गये लेकिन हमारी रिपोर्ट नहीं लिखी गई हमें वहां से हमें भाग दिया गया था । फिर हरिजन कल्याण थाना एस पी दमोह को उक्त घटना की शिकायत की है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है । अब देखना है कि एसपी महोदय क्या कर्रवाई करते हैं? दबंगों मीना, रमेश तोमर बगैरह को राजनीति और पुलिस संरक्षण की वजह से कार्रवाई नहीं हो रही है जबकि आरोपियों पर 7-8 मुकदमे दर्ज हैं।