झांसी। 14 सितम्बर हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन हमारी मातृभाषा हिन्दी को राजभाषा के रूप में स्वीकृति मिली थी । आज हमारी हिन्दी भाषा विश्वस्तरीय भाषा के रूप में पहचानी जाती है । इसका प्रचार प्रसार के लिए आवश्यक है हर भारतीय अपनी हिन्दी भाषा का का सम्मान करे।
इसी उपलक्ष्य में विद्यालय में हिन्दी दिवस का आयोजन हुआ जिसमें सर्वप्रथम हिन्दी विभागीय अध्यक्ष दीपक कुमार गुप्ता ने हिन्दी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला उन्होने कहा कि मुझे खुशी है कि हिन्दी विश्वस्तर पर अपना परचम फहरा रही है लेकिन मन आहत तब होता है जब अपने ही हिन्दी की उपेक्षा करते हैं।
उन्होने हिन्दी कविता का मार्मिक वर्णन करते हुए सबको भावविभोर कर दिया तदोपरान्त कक्षा 11वीं के छात्र शान, खुशी, सिद्धी तिवारी ने बचपन में सीखी कविताओं का वाचन किया जिसका उद्देश्य था कि जिन कविताओं को पढ़कर हमने बोलना पढ़ना सीखा उन्होने गुनगुनाने में संकोच नहीं करना चाहिए।
फिर कक्षा 10वी के छात्र कनुष ने अपनी पाठ्य पुस्तिका से तुलसीदास का बालकाण्ड रामधुन में सुनाकर सबको मनमुग्ध कर दिया, 10वीं की छात्रा अदिति ने रश्मिरथी का कृष्ण का वह प्रसंग भाग्य न सब दिन सोता है देखें आगे क्या होता है सुनाकर खूब प्रसंशा बटोरी।
कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों ने अपनी कहानी कविता व भाषण देकर सबके मन को मोह लिया। अन्त में विद्यालय के उपप्राचार्य समीर सर ने हिन्दी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी का आभार व्यक्त किया ।