-हिंदू संगठन हेल्पलाइन आए हुए श्रद्धालुओं की करेगी सेवा, देगी विशेष सुविधाए
-सनातन धर्म सभी धर्मों का जड़ है बाकी सभी शाखाएं है, इतिहास बताता है : संजय सिंह चौहान प्रदेश महामंत्री
-संगठन द्वारा संचालित 1 लाख साप्ताहिक हनुमान चालिसा केन्द्रो का प्रतिनिधित्व रहेगा: अशोक सिंह सेगंर प्रदेश अध्यक्ष
शकील अहमद
सरोजनीनगर, लखनऊ । प्रयाग राज में होने वाले महाँकुम्भ जो 14 जनवरी 2025 पौष पूर्णिमा के दिन से शुरु होकर फरवरी 2025 महाशिवराात्रि कुम्भ मेला अयोजित हैं। जब समुद्र मन्थन हुआ तो उसमें अमृत को देव लोक ले जा रहे थे। रास्ते मे राक्षसो ने कुम्भ को छीनने का प्रयास किया और छीनाझपटी ने अमृत की कुछ बूंदे प्रथ्वी के 4 स्थान और देवलोक मे 8 स्थानो पर गिरी प्रथ्वी मे जो चार स्थान पर गिरी एक प्रयागराज उत्तर प्रदेश, दूसरा हरिद्वार उत्तराखण्ड , तीसरा नासिक महाराष्ट्र, चौथा उज्जैन मध्यप्रदेश। चारो स्थानो का महाकुम्भ नदी के किनारे ही लगता है।
प्रयागराज गंगा, यमुना और सरास्वती नदी तीनो नदियो के संगम पर, हरिद्वार गंगानदी, नासिक गोदवारी नदी, उज्जैन शिप्रानदी। चारो स्थानो पर 12 वर्ष मे महा कुम्भ और 6 वर्ष मे अर्धमहाकुम्भ लगता है। प्रत्येक तीन वर्ष में किसी न किसी स्थान का कुम्भ मेला होता है। कुम्भ का इतिहास उसकी महत्ता के बारे में स्कन्ध पुराण और बाल्मीकि रामायण मे उल्लेख मिलता है।
इसी क्रम में राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर क्षेत्र में बिजनौर रोड नटकूर पुलिया मोड़ स्थित बाबा कॉम्प्लेक्स के कार्यालय में दिन मंगलवार को अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद उत्तर प्रदेश युवा राष्ट्रीय बजरंगदल हिन्दू हेल्प लाइन इंडिया हेल्थ लाइन अशोक सिंह सेगंर प्रदेश अध्यक्ष ने प्रेस वार्ता में बताया कि धार्मिक ग्रन्थ के अनुसार माना जाता है कि 664 ईसपूर्व राजा हर्ष वर्धन के राज्यकाल में पहले कुम्भ का आयोजन हुआ था। कुम्भ में स्नान का ही सबसे बड़ा धार्मिक महत्व है। महाकुम्भ सनातन धर्म का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है।
इस कुम्भ स्नान मेला में सनातन धर्म के सभी मत पंथ सम्प्रदाय सन्त महात्मा महामन्डलेश्वर जगतगुरु शंकर चार्य निभ्वकाचार्य, वौद्ध धर्म गुरु जैन मुनि ज्ञानी ग्रहस्थ आदि सभी स्नान करते है। इस मेले में विश्व स्तर पर जितने भी सनातन धर्मी है सभी स्नान करने आते है। संगठन द्वारा संचालित 1 लाख साप्ताहिक हनुमान चालिसा केन्द्रो का प्रतिनिधित्व रहेगा। जनसंख्या नियंत्रण कानून, एक समान नागरिक कानून, सम्पूर्ण भारत पर गऊ वंश की हत्या पर पूर्ण प्रतिबन्ध, धर्मान्तरण पर कठोर कानून बने।
भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाय। इसके अतिरिक्त अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दुओ परिषद द्वारा 1 लाख लोगो को प्रतिदिन निःशुल्क चाय और भोजना दिया जायेगा करीब पूरे कुम्भ के समय तक दो करोड़ लोगो को भोजन देंगे। ठंठ की रक्षा के लिए दो लाख कम्बल दिये जायेगें। रहने के लिए 10 हजार लोगो के रहने के लिए टेन्ट कि व्यवस्था रहेगीं। हिन्दू हेल्प लाइन और इन्डिया हेल्थलाइन द्वारा स्वास्थ के लिए मैडिशीन की सुविधा रहेगी और हेल्थ चेकप कैम्प लगेगा जिसमे प्रतिदिन बी०पी० शुगर एनिमिया, मोटापा आदि की जांच होगी, यह कार्य 14 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक चलेगा।
सम्मेलन मे भारत के सभी प्रान्तो और सम्पूर्ण जिलो प्रतिनिधित्व होगा तथा विश्व के 80 देशों के हिन्दुओं की सहभागिता रहेगी। अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के प्रदेश महामंत्री संजय सिंह चौहान ने बताया कि सामाजिक हिन्दू संगठन अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद युवा संगठन राष्ट्रीय बजरंगदल का प्रयागराज की धरती है। महाकुम्भ के अवसर पर तीन दिन का विशाल हिन्दू सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है। जिसका नेतृत्व परम आदरणीय हिन्दू हृदय सम्राट डा० प्रवीण भाई जी तोगाडिया प्रख्यात कैन्सर सर्जन करेंगे।
इस सम्मेलन मे सनातन धर्म के सभी मत पन्थ सम्प्रदाय के सन्त महात्मा हिस्सा लेंगे। और सम्मेलन परम पूज्य जगत गुरु शंकराचार्य का आशीर्वाद प्राप्त होगा। सम्मेलन दो लाख की संख्या का होगा। हिंदू संगठित रहेगा तो सनातन धर्म मजबूत होगा, सनातन धर्म का मूल जड़ हमारा भारत देश की जन्मभूमि है। मै हिंदुओं से अपील करता हु कि आपसी मतभेद को भुलाकर मिलकर रहे और अपने धर्म की धरोहर की रक्षा करें।
हमारे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी का कहना है बटगो तो कटोगे।प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा एक हो तो सेफ हो। वक्क बोर्ड की सम्पूर्ण जमीन खाली कराई जाय, बंगलादेशी घुसपैठिये और रोहिंगियो को बाहर किया जायें। सनातन धर्म सभी धर्मों का जड़ है बाकी सभी शाखाएं है। ये हम नहीं इतिहास बताता है। हमारा सनातन धर्म जोड़ने का कार्य करता है , दूसरों की तरह तोड़ने का नहीं।