मानवाधिकार मीडिया से संवाददाता अतुल सिंह की रिपोर्ट।
आपको बता दें कि पूरा मामला उन्नाव के नगर पंचायत अचलगंज का है जहां पर कस्बे कि दलित बस्ती अवंती बाई नगर हमेशा से भेदभाव का शिकार होती आ रहीं हैं साफ-सफाई व पेयजल व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है सफाईकर्मियों की फौज होने के बाद भी जगह जगह गंदगी पसरी हुई हैं पीड़ित ने इस हफ्ते में कई बार नगर पंचायत कार्यालय जाकर बताया कि हमारे घर में मुंडन कार्यक्रम है तो मेरे मोहल्ले में सफ़ाई होना है तो नगर पंचायत के लिपिक अधिकारी धीरेंद्र यादव जी ने कहा सफाई हो जाएगी और आज दिनाक 18/11/2024 को मेरे घर में कार्यक्रम है किसी भी प्रकार की कोई सफ़ाई नहीं हुई और सरकारी राशिद काटने के बाद भी पानी का टैंक शाम 4:00 बजे भेजा गया वो भी फूटा हुआ जरूरत सुबह थी इस बात को लेकर पीड़ित ने लिपि अधिकारी धीरेंद्र यादव व अधिशासी अधिकारी अंकिता देवी से बात करने के लिए फोन किया तो 10,12 बार रिंग जाने के बाद भी दोनो अधिकारियों ने एक बार फोन का रिप्लाई अंसार देना उचित नहीं समझा आपको बता दें कि इस से पहले भी नगर पंचायत की अधिशाषी अधिकारी अंकिता देवी की ऐसी काफी शिकायतें हो चुकी है ।माननीय मुख्यमंत्री जी बड़े बड़े दावा करते हैं दलित बस्तीयों में साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त व हफ्ते में नालियों में ब्लीचिंग छिड़काव के निर्देशन अधिकारियों को दिए फिर भी मुख्यमंत्री जी के निर्देशों की धड़ल्ले से नगर पंचायत के अधिकारी उड़ा रहे धज्जियां।