मानवाधिकार मीडिया मध्य प्रदेश सच आप तक पहुंचे
सबसे पहले सबसे फास्ट

बिल्डिंग जर जर होने के कारण, बरसात में भी लग रहा हैं खुले आसमान में स्कूल शासन प्रशासन मौन है अधिकारियों की नहीं पड़ी दो साल से नजर
दमोह जिला के बटियागढ़ जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत छोटी पथरिया के सोरई गांव में एक अनोखा स्कूल देखने को मिला । जहां भरी बरसात में भी खुले आसमान में स्कूल लगता है जब इसके बारे में शिक्षकों से जानकारी ली तो उनका कहना हैं कि स्कूल की बिल्डिंग जर जर क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं आज नहीं तो कल गिर सकती हैं डेली धपरा के धपरा गिरते हैं हम रिक्स नहीं ले सकते है और कोई बिल्डिंग नहीं है कई बार बी.आर.सी.को लिखकर दे दिया है हम तो मजबूर हैं सरकारी नौकरी में बंधे हैं हमको तो स्कूल लगाना ही पड़ेगा कई बार सरपंच से बोल लेकिन पंचायत नहीं है ना कोई अतिरिक्तकक्ष है और गांव में भी कोई बिल्डिंग नहीं है जिसमें स्कूल लगा सके। क्योंकि आदिवासी नगरी है गरीब लोग रहते हैं झोपड़ी टपरिया ज्यादा बनी है यहां कोई व्यवस्था नहीं है हम क्या करें मजबूर हैं खुले आसमान में स्कूल लगाने को शासन प्रशासन मौन है जब इसके बारे में सरपंच से की तो सरपंच माधव राजा का कहना हैं कि यह बिल्डिंग तो दो साल पहले से ही क्षतिग्रस्त है हमने तो कई बार ज्ञापन दिया । कई बार लिख कर दिया। कई बार कलेक्टर साहब को दिया। लेकिन आज तक कोई कहीं से जवाब नहीं मिला तो फिर हमने खुद शिक्षकों से बोल दिया कि आप स्कूल बाहर लगाइए । क्योंकि अगर कोई अनहोनी हो जाती है तो गांव वाले सरपंच के ऊपर चढ़ बैठेंगे । फिर इसके बारे में फोन पर तहसीलदार योगेंद्र चौधरी से जानकारी ली तो उनका कहना है कि मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं है लेकिन में इस संज्ञान में लेता हूँ। मे ऊपर अधिकारियों से बात करता हूं जल्द से जल्द कोई इंतजाम करते है।