पैसे जमा करने के बाद भी रोज़ शाखा का चक्कर लगाने को मजबूर, संगम मैनेजर पर हेराफेरी का आरोप
नौतनवां/महराजगंज( )। कस्बे के राहुल नगर की रहने वाली पार्वती शर्मा पत्नी स्व. हीरा शर्मा जैसे गरीब परिवारों की मुसीबतें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। पार्वती शर्मा ने अपने घर की जरूरी ज़रूरतों के लिए इंडसइंड बैंक की सहायक कंपनी भारत फायनान्शियल इन्क्लूजन लिमिटेड से समूह लोन लिया था। उन्होंने तीन किस्तों में लिया गया पूरा लोन समय पर जमा कर दिया और एजेंट ने उनके लोन शेड्यूल पर भुगतान पूरा होने का हस्ताक्षर भी कर दिया।
लेकिन हद तो तब हो गई जब कुछ महीनों बाद उन्हें पता चला कि उनके अकाउंट में ₹69 हजार का बकाया दिखाया जा रहा है। पीड़िता का कहना है कि,हमने पूरा पैसा जमा कर दिया, फिर भी हमें कर्जदार बना दिया गया। अब रोज़ बैंक का चक्कर लगाना पड़ रहा है और सिर्फ तसल्ली दी जाती है।
पीड़िता के पुत्र रवि शर्मा ने बताया कि उनके जैसे गरीब परिवार को शाखा प्रबंधक और संगम मैनेजर की मिलीभगत से प्रताड़ित किया जाता है। हमारे जैसे लोग दिन-रात मेहनत करके किश्तें चुकाते हैं, लेकिन झूठा बकाया दिखाकर हमारे सिविल को खराब किया जा रहा है ताकि आगे कभी हम लोन न ले सकें,और अगर लेना चाहे तो इनसे बिना मिले लोन लेना संभव न हो।
आरोप है कि संगम मैनेजर बड़े पैमाने पर हेराफेरी करते हैं और इसमें शाखा प्रबंधक भी शामिल हैं।
वहीं, शाखा प्रबंधक कृष्ण मोहन ने मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह केवल संगम मैनेजर की लापरवाही है, जिसकी वजह से अकाउंट में ओडी (OD) दिख रहा है।