कर्म से ही जीव पुण्यात्मा एवं पापात्मा होता है : आचार्य ललित महाराज

कर्म से ही जीव पुण्यात्मा एवं पापात्मा होता है : आचार्य ललित महाराज

  • हटा पुष्पेंद्र रैकवार दमोह/

हटा उपकाशी के समीप जीवन दायनी सुनार मैया के तट पर बसी ग्राम पांजी में खेरमाता हनुमान मंदिर प्रांगण में चल रहे धार्मिक आयोजन श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ एवं ब्रह्मवैवर्त पुराण में कथाव्यास पं.आचार्य श्री माधवेश ललित जी महाराज जी(चित्रकूट धाम) ने ब्रह्मवैवर्त पुराण कथा मे कर्म की व्याख्यान करते हुए कहा- कर्म ही प्रधान है कर्म से जीव उत्पन्न होता है और कर्म से ही उसकी मृत्यु होती है।

तथा सुख दुःख भय और शोक कर्म से ही जीव को प्राप्त होते हैं। कर्म द्वारा ही यह जीव इंद्र होता है कर्म से ही ब्रह्मा का पुत्र होता है और कर्म द्वारा भगवान का दास बनकर जनम-मरण रहित होता है। अपने कर्म से ही समस्त जीव को सिद्धियां एवं अमरत्व की प्राप्ती होती है। एवं कर्म द्वारा भगवान विष्णु के सालोक्य आदि चारो मोक्ष प्राप्त होते हैं।

 मनुष्य कर्म से ब्रग्हत्व, मुक्ति देवत्व,मानवत्व  और राजेन्द्रत्त्व प्राप्त करता है। कर्म से ही  मुनीन्द्रत्व तपस्वित्व क्षत्रियत्व शूद्रत्वचाण्डालत्त्व ओर म्लेच्छत्त्व की प्राप्ति होती है,इसमे संदेह नहीं है। मनुष्य अपने स्वकर्म से जंगम (चलने फिरने वाला)और अपने कर्म से स्थावर (अचल) होता है। अपने कर्म से पर्वत अपने कर्म से वृक्ष अपने कर्म से पशु और अपने कर्म से ही पक्षी होता है। 

अपने कर्म से क्षुद्र जन्तू अपने कर्म से कीड़े अपने कर्म से सर्प अपने कर्म से गन्धर्म अपने कर्म से राक्षस अपने कर्म से किननर अपने कर्म से यक्ष अपने कर्म से कूष्माण्डा अपने कर्म से वेताळ अपने कर्म से प्रेत भूत पिशाच तथा डाकिनी भी होता है।अपने कर्म से ही जीव पुण्यात्मा एवं पापात्मा होता है।कथा पश्चात आरती हुई प्रसाद वितरण किया गया आयोजन समिति ने बताया की आचार्य श्री चित्रकूट धाम के हैं और हमारे ग्राम से उनको बहुत ही लगाव है लगभग 30/35 वर्ष से निरंतर आना-जाना लगा रहता है गुरूजी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से हमारे ग्राम में धार्मिक आयोजन चलते रहते हैं आचार्य जी के सहयोगी आचार्य पं. राजूकृष्ण पाण्डेय पं.नरेन्द्र पाण्डेय, पं.महेन्द्र कुमार पाण्डेय, नरेन्द्र कुमार दुबे जी एवं अन्य आचार्यों द्वारा सुबह 7:00 से पूजन पाठ किया जाता है यज्ञ किया जाता है शिवलिंग निर्माण एवं रुद्राभिषेक सुबह 11:00 किया जाता है एवं शाम 4:00 बजे से कथा प्रवचन आयोजन समिति ने सभी से अपील की है कि जितने भी दिन शेष बचे हैं भक्त गढ़ आए और धर्म लाभ उठाएं आयोजन पूर्णतह सार्वजनिक है जिसमें ग्राम के 11 जजमान बैठे हुए हैं ओर ग्राम के श्रद्धालु बढ़ चढ़कर धर्म लाभ उठा रहे हैं

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