स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ शुभारंभ
भारतीय डाक विभाग ने जारी किया रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय का डाक टिकट

झाँसी | रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झाँसी में “शुष्क भूमि क्षेत्रों में टिकाऊ खाद्य प्रणालियों के लिए विस्तार रणनीतियाँ” विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. त्रिलोचन महापात्रा (पौध किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण के चेयरमैन एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के पूर्व महानिदेशक) तथा अध्यक्षता पद्मश्री डॉ. अरविंद कुमार (संस्थापक कुलपति, रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय) ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर भारतीय डाक विभाग, भारत सरकार द्वारा विश्वविद्यालय का विशेष डाक टिकट जारी किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ. त्रिलोचन महापात्रा ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव
मुख्य अतिथि डॉ. त्रिलोचन महापात्रा ने कहा कि भारत की बढ़ती जनसंख्या के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा एवं सतत कृषि के लिए रणनीतिक उपाय आवश्यक हैं।
रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति एवं पद्मश्री डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि यह विश्वविद्यालय राष्ट्रीय महत्त्व का संस्थान है। उन्होंने दलहन, तिलहन और मोटे अनाजों पर अधिक शोध की आवश्यकता पर बल दिया।
कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास पर दिया जोर
रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए तीव्र गति से शोध कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरसों, मूंगफली और तिल जैसी फसलों की अपार संभावनाएँ हैंटीमकार्यक्रम संयोजक एवं निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. सुशील कुमार सिंह ने बताया कि इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर के 100 से अधिक वैज्ञानिक, विषय विशेषज्ञ कुल 6 प्रमुख तकनीकी सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर “बुंदेलखंड में जलवायु समावेशी पुष्प उत्पादन” एवं “एग्रोफोरेस्ट्री मार्केटिंग: एनहांसमेंट स्ट्रेटेजीज” नामक दो महत्वपूर्ण पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। साथ ही बताया कि विवि के 11वें स्थापना दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय की विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर विवि के सभी अधिकारी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के पूर्व उप महानिदेशक डॉ पी दास सहित सहायक महानिदेशक, आई जी एफ आर आई, सी ए एफ आर आई एवं विभिन्न कृषि अनुसंधान संस्थानों के निदेशक, वैज्ञानिक, अधिकारी एवं विशेषज्ञ उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अर्तिका सिंह ने किया और आभार कार्यक्रम सचिव डॉ. श्रीधर पाटिल ने व्यक्त किया।
टीम मानवाधिकार मीडिया से आनन्द बॉबी चावला झांसी।