पुलिस मुठभेड़ में तीन शातिर चोर गिरफ्तार, एक घायल, अन्य की तलाश जारी

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  • सरोजनीनगर पुलिस व सर्विलांस टीम दक्षिणी की संयुक्त पुलिस टीम ने बंद घरों में घुसकर चोरी करने वाले तीन शातिर चोरों को किया गिरफ्तार
  • कब्जे से चोरी किये गये लाखों के जेवरात व नगदी सहित एक ईको वैन नम्बर प्लेट लगी बरामद

शकील अहमद

सरोजनीनगर, लखनऊ। राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आये दिन रात मे बंद घरों की रेकी कर चोरी की शिकायतें मिल रही थी, जिस कारण चोरों को पकड़ने हेतु डीसीपी दक्षिणी ने तत्काल निर्देश दिया। निर्देश पाते ही थाना प्रभारी राजदेव राम प्रजापति के नेतृत्व में पुलिस की संयुक्त टीम गठित कर बड़े चोरों के गिरोह का खुलासा किया गया।

डीसीपी दक्षिणी निपुण अग्रवाल ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य स्कूटी के माध्यम से रात्रि 10 बजे के बाद रिहायशी इलाकों में बंद पड़े मकानों को चिन्हित करते है और फिर उनमे कोई सामान जैसे कोई कपडा, लकड़ी का टुकड़ा पॉलीथिन में कचरा जैसे सामान गेट पर अथवा दीवार से अंदर फेंक देते थे, फिर अगले दिन रात्रि 2 बजे के करीब आकर देखते कि क्या वो सामान जो एक दिन पहले फेका गया है वो वैसे ही पड़ा है या हटाया गया है।

इसके जरिये ये शातिर तरीके से यह पुख्ता करते थे की घर पर कोई नहीं रह रहा हो और फिर पेचकस और पाने से खिड़कियों के लोहे की ग्रिल ढीली करते और रॉड की मदद से ग्रिल उठाकर अलग कर देते थे, फिर अंदर के ताले तोड़कर सारे सामान की चोरी करते थे, वापिस जाते समय फिर से ग्रिल वैसे ही बिना फिक्स किये लगाकर चले जाते , जिससे अगल बगल किसी को देखने पर तोड़फोड़ का कोई शक न हो।

जब मकान मालिक वापस आते तो तब घर सामान्य मिलता लेकिन अंदर ताले टूटे, लॉकर टूटे हुए मिलते थे, बाद में पुलिस के जाने पर और पूरे घर की चेकिंग करने पर पता चलता था की खिड़कियों की ग्रिल खिसका कर घर में प्रवेश किया गया है। ट्रांसपोर्टनगर में भी जिन दो घरों में चोरी की गयी है वह पर एक दिन पहले रेकी के दौरान एक घर पर पुराना कपड़ा और दूसरे घर पर पॉलिथीन में कचरा भर कर फेका गया था।

घटना करने के बाद सामान को तुरंत ही अपने साथी अपराधी अमिताभ रस्तोगी उर्फ विशाल रस्तोगी जो सुनार का काम करता है, उसे चोरी का सामान आगे बेचने के लिए देने जाते समय इन चोरो द्वारा ईको वैन जिससे चोरी की जाती थी, को बदल लिया जाता है, और किसी पिकअप जिसमें पीछे डिलीवरी का कोई माल जैसे तार, गत्ते, पाइप आदि लदा हो उसे बैठ जाते थे ताकि देर रात्रि में यदि पुलिस चेक करें तो मजदूर होने और माल डिलीवरी पर जाने की बात बताकर बचा जा सके।

अपराध करने के दौरान रेकी और चोरी करने में प्रयुक्त वाहनों में फर्जी नंबर प्लेट का प्रयोग किया गया है, ताकि सीसीटीवी कैमरों में वाहन की पहचान से बचा जा सकें। सोमवार को मुखबिर की सूचना पर हारुन पुत्र मुन्ना राइन निवासी मुल्हेपुर थाना रामपुर कला सीतापुर उम्र करीब 32 वर्ष, पिन्टू कश्यप पुत्र कुन्नीलाल निवासी सुल्तापुर अकडरियाकला थाना इटौंजा जनपद लखनऊ उम्र 35 वर्ष, अमिताभ रस्तोगी उर्फ विशाल रस्तोगी पुत्र आशाराम रस्तोगी निवासी ग्राम नानपारा थाना नानपारा जनपद बहराइच हाल पता ग्राम भरावन कला थाना दुबग्गा जनपद लखनऊ उम्र करीब 35 वर्ष को चोरी गये जेवरात व नगदी व ईको वैन गाडी कूटरचित नम्बर समेत गिरफ्तार करने मे महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की गयी।

मौके से माल बरामदगी व ईको वैन गाड़ी में कूटरचित नम्बर प्लेट लगी होने के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर आगे की विधिक कार्यवाही की जा रही है। इस गैंग में कुल 6 सदस्य है, जिसमे से इनका सरगना पप्पू उर्फ़ अकरम उर्फ़ चिकना को कल रात्रि पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया है, इस गैंग के अन्य तीन सदस्यों हारुन, पिन्टू कश्यप, अमिताभ रस्तोगी उर्फ विशाल रस्तोगी को ब्लूडार्ट तिराहे से रिक्शा कॉलोनी की तरफ जाने वाले रास्ते पर गिरफ्तार किया गया है। इनके दो साथी इरफान व अब्बू तालिब की पुलिस तालाश कर रही है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगायी गयी है।

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