जन्म प्रमाण पत्र बनवाने अस्पताल के बाहर दलाल कमा रहे किसी से 400 किसी से 900 रू मोटी रकम 

 

पैसा देने के बाद दलाल का नहीं चला कोई पता-पीड़ित होता रहा परेशान

हटा//जन्म प्रमाण पत्र एक जरूरी दस्तावेज माना जाता है जन्म लेने के बाद यह बच्चे का पहला दस्तावेज होता है जिससे बच्चे से जुड़े तमाम प्रकार के कार्यों और शासकीय योजनाओं में इस प्रमाणपत्र की जरूरत पड़ती है और नियम के अनुसार बच्चे के जन्म के बाद 21 दिनों में इस प्रमाणपत्र को बनवा लेना चाहिए बच्चे का जन्म यदि सरकारी अस्पताल में हुआ है तो उसके लिए सकारी अस्पताल अधिकृत होता है लेकिन नगर में संचालित सिविल अस्पताल में इन दिनो जन्म प्रमाण पत्र को बनवाने दलाल सक्रिय है

जो ग्रामीण क्षेत्र के भोले-भाले लोगो को अपने चंगुल में फंसाकर प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर पैसा कमाने का काम कर रहे है और पैसा लेने के बाद न तो बच्चे के दस्तावेज अस्पताल पंहुचते है जिससे उनका प्रमाण पत्र बन सके जिसके चलते लोग दलालो के चंगुल में फंसकर परेशान होते नजर आ रहे है।

ऐसा ही मामला सिविल अस्पताल का सामनें आया जहां रूसल्ली ग्राम निवासी ब्रजेश अहिरवार

अपने बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र लेने आया तो बताया गया कि अपने बच्चे का जन्म प्रमाण बनवाने एक सप्ताह पहले आया था

जहां अभय सिंह नामक व्यक्ति

द्वारा मुझे बहला फुसलाकर जन्म प्रमाणपत्र बनवाने की बात करते हुए 4 सौ रू.ले लिए और पांच दिन बाद प्रमाण पत्र ले जाने की बात कही

जिसके चलते मै 18 तारीख को सिविल अस्पताल में अपने बच्चे का प्रमाणपत्र लेनें आया था लेकिन जिसको मैने पैसा दिए थे उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया जब अंदर जाकर मेरे द्वारा पता किया गया तो मेरे बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र से संबधित कोई दस्तावेज जमा हुए है या नहीं इसका पता नहीं चल पा रहा है।जब इसकी जानकारी अस्पताल में ली गई तो उस नाम से कोई भी दस्तावेज प्राप्त नहीं हुए

जिससे साफ जाहिर होता है। कि इन दिनो सिविल अस्पताल में दलालो का बोलबाला जमकर दिखता नजर आ रहा है।

अगर समय रहते इन दलालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो रोज भले भोले लोग इन दलालों के हाथों दिन पे दिन लूटते रहेंगे

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