27 सितम्बर 2024
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प्रदेश की अर्थव्यवस्था वन ट्रिलियन डॉलर में स्वयं सहायता समूह कर सकता है महत्वपूर्ण योगदान
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को समस्त विभाग स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने में करें सहयोग
कृषि उत्पादन आयुक्त ने किया कृषि सखियों के मृदा परीक्षण प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन
स्वयं सहायता समूह एवं अन्य योजनाओं के लाभार्थियों के साथ किया प्रदर्शनी का अवलोकन एवं समूह की महिलाओं से किया संवाद
स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अपने परिवार एवं गांव के गरीब परिवार को साथ लेकर करें विकास
नव निर्वाचित विद्युत सखियों को थर्मल पावर प्रिंटर का किया निःशुल्क वितरण और समूह की दीदीयों को किया प्रशस्ति पत्र से सम्मानित
आज कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस0 गर्ग ने रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय प्रांगण में कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्वयं सहायता समूह की दीदिओं व विभिन्न विभागों की योजनाओं के लाभार्थियों के साथ संवाद किया।
उन्होंने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित स्वयं सहायता समूह की दीदीओं से कहा कि एक स्वस्थ परंपरा का जन्म हो रहा है और यही स्वस्थ परंपरा आपका मार्ग प्रशस्त करेगी। उन्होंने कहा हमारा जो समाज का ताना बाना है,परिवार का जो बंधन है, हमें उसका सम्मान करना है सभी को साथ लेकर आगे चलना है अपने परिवार को लेकर आगे बढ़ें तभी हम सभी स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बन पाएंगे। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की नैतिक जिम्मेदारी है कि अपने परिवार सहित गांव के गरीब परिवार का भी विकास हो सभी को साथ लेकर चलने पर ही होगा प्रदेश और सभी का विकास और यह तभी सुनिश्चित किया जा सकता है।
रानी लक्ष्मीबाई केंद्री कृषि विश्वविद्यालय प्रांगण में पंडित दीनदयाल अंत्योदय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जनपद में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा जो कार्य किया जा रहा है वह प्रशंसनीय है,इसे और बढ़ाए जाने की आवश्यकता है, उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं की संख्या को और बढ़ाया जाए। इसके अतिरिक्त गांव में अन्य महिलाएं जो सिलाई, मस्त्य पालन, कृषि, उद्यान, बीसी सखी सहित अन्य कार्य करती है उन्हें चिन्हित करते हुए उन्हें आगे लाएं और लाभ देते हुए, उनका आर्थिक विकास करें।
कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी का संकल्प है कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था वन ट्रिलियन डॉलर हो जिसमें स्वयं सहायता समूह योगदान महत्वपूर्ण हो सकता है। उन्होंने उपस्थित सखियों की कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि एक दूसरे की तरक्की से ही प्रदेश की बढ़ोतरी होगी। गांव की गरीब महिलाओं को आगे लाएं, वह जो कार्य कर रही है उसमें उन्हें प्रशिक्षित करते हुए उनकी आय बढ़ाने में सहयोग करें ताकि वह गरीबी रेखा से ऊपर उठ कर समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सके और उनकी आर्थिक/सामाजिक स्थिति में बदलाव आ सके।कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस0गर्ग ने कृषि सखियों की मृदा परीक्षण प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन करते हुए कहा की कृषि क्षेत्र में महिलाओं की महती भूमिका है, उन्हें मृदा परीक्षण में प्रशिक्षित करने के उपरांत यह भूमिका और अधिक सशक्त होगी। इस मौके पर मृदा परीक्षण के लाभ एवं मृदा में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के साथ मृदा नमूना ग्रही करने की विधि को भी समझाया।इसी अवसर पर उन्होंने नव निर्वाचित विद्युत शक्खियों को थर्मल पावर प्रिंटर का निःशुल्क वितरण करते हुए कहा की महिलाओं की इच्छा और उनकी लगन से ही परिवार का गाँव तथा प्रदेश का विकास संभव है। उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाएं से कहा कि इसी तत्परता से कार्य करें ताकि उन्हें आर्थिक लाभ सुनियोजित हो सके।
रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय प्रांगण में समूह की दीदीओं व कृषि विभाग द्वारा पारंपरिक खेती विधि और उससे होने वाले लाभ की स्टॉल पर जानकारी ली एवं अन्य विभागों द्वारा योजनाओं की प्रदर्शनी लगाई गई,जिसका अवलोकन किया। उन्होंने समूह की महिलाओं द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह कार्यक्रम के अंतर्गत सहजन से बने उत्पादों को देख प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को तथा समूह की दीदीओं को सम्मानित और प्रमाण पत्र वितरित किए।इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि मिशन निदेशक, उ०प्र० राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन दीपा रंजन, कुलपति रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय डॉ0 ए0 के0 सिंह, मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, संयुक्त कृषि निदेशक डॉ0 एल0बी0यादव, डीसी एनआरएलएम बृजमोहन अंबेड, उप कृषि निदेशक श्री एम0पी0सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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टीम मानवाधिकार मीडिया से ब्यूरो रिपोर्ट झांसी।