
दिनांक 24 माई 2025
पानी है अनमोल एक-एक बूंद का किया जाए संरक्षण:- नोडल अधिकारी
नोडल अधिकारी जनपद झांसी मार्कण्डेय शाही, श्रमायुक्त कानपुर ने किया विकास खंड चिरगाँव में जल जीवन मिशन एवं गौ-आश्रय स्थल का निरीक्षण
गौ आश्रय स्थल की भूमि को मनरेगा के माध्यम से समतलीकरण कर उपयोगी बनाए जाने का दिया सुझाव
गो आश्रय स्थल में गौवंश के आने जाने के लिए इंटरलॉकिंग किए जाने के दिए निर्देश
गो आश्रय स्थल में स्वयं सहायता समूह के माध्यम से बर्मी कम्पोस्ट पिट का संचालन कराए जाने के लिए निर्देश
ग्राम सिया में ग्राम प्रधान को दिए जल जीवन मिशन के अंतर्गत पानी की बर्बादी को रोके जाने के निर्देश
पाइप पेयजल योजना के अंतर्गत ग्रामीणों से ली जाएं 50 रुपया प्रतिमाह शुल्क

झांसी।आज मारकण्डेय शाही, श्रमायुक्त कानपुर नोडल अधिकारी जनपद झांसी द्वारा दिनांक 24 मई 2025 जनपद भ्रमण के दौरान जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर नल योजाना, गौ आश्रय स्थल का भौतिक सत्यापन किया गया।
स्थलीय निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी श्मार्कण्डेय शाही श्रमायुक्त ने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत पाइप पेयजल परियोजना एवं गौ-आश्रय स्थल माननीय मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकताओं में शामिल योजनाएं हैं, इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होगी। उन्होंने जल्द से जल्द पाइप पेयजल परियोजना के माध्यम से घर घर शुद्ध पानी पहुंचाया जाना सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने गौवंश को संरक्षित करने के भी निर्देश दिए।
जिले के नोडल अधिकारी मार्कण्डेय शाही ने मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद के साथ विकास खण्ड चिरगांव के ग्राम सिया में जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर जल योजना का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने भ्रमण के ग्रामीणों से संवाद करते हुए पानी सप्लाई की जानकारी ली, उन्होंने कुछ स्थानों पर फैल रहे पानी को लेकर ग्राम प्रधान को पानी की बर्बादी रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा की पानी अनमोल है इसकी एक एक बूंद का संरक्षण किया जाना अनिवार्य है। उन्होंने ग्रामीणों से पाइप पेयजल परियोजना के अंतर्गत आपूर्ति हो रहे पानी की 50 रुपए प्रतिमाह शुल्क लिए जाने के भी निर्देश दिए।
इसके पश्चात् नोडल अधिकारी मार्कंडेय शाही श्रमायुक्त कानपुर ने ग्राम पंचायत लुहरगांव घाट में बनी गौशाला पहुंचे जहां पर सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरूस्त मिलीं ।
गोवंश वन्य विहार लुहरगांव घाट पर उन्हेांने गौशाला संचालक गौरीशंकर बिदुआ से जानकारी प्राप्त की। गोशाला संचालक श्री गौरीशंकर बिदुआ ने बताया कि यहां पर 707 गोबंश संरक्षित हैं जिनके लिए भूसा स्टोर में 2504 क्विंटल रखा हुआ है। भूसा स्टोर का सत्यापन करने पर मौके पर अधिकारियेां को साढ़े चार क्विंटल दाना भी मिला।
गौशाला संचालक ने नोडल अधिकारी को जानकारी देते हुए बताया कि अगर गौशाला के अंदर ऊबड़ खाबड़ पड़ी जमीन का समतलीकरण करा दिया जाए तो गौशाला की जमीन का बेहतर सदुपयोग किया जा सकता है, जिस पर नोडल अधिकारी ने यह कार्य मनरेगा या भूमि संरक्षण विभाग से कराए जाने का निर्देश दिए। गौशाला में बारिश के समय पशुओं को आने जाने के लिए होने बाली परेशानी का पर उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यहां पर लगभग 100-150 मीटर इंटर लाकिंग करा दी जाए, जिससे जानवरों को कीचड़ में आने जाने से मुक्ति मिल सके।
गौशाला के निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी मार्कण्डेय शाही गौशाला परिसर में बने बर्मी कंपोस्ट पिट का संचालन स्वयं सहायता समूह के द्वारा कराए जाने का निर्देश दिया। उन्हेांने पशु चिकित्साधिकारी से टीकाकरण की जानकारी ली, उन्होंने बताया कि सभी गोबंशों का टीकाकरण हो चुका है। नोडल अधिकारी ने बृहद वृक्षारोपण अभियान के तहत वन विभाग के द्वारा गौशाला में छायादार बृक्ष लगाए जाने का सुझाव दिया। जिससे कि गोबंश का धूप से बचाव हो सके ।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे योगेंद्र कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम रणविजय सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अशोक कुमार, ग्राम प्रधान रघुराज सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे ।
टीम मानवाधिकार मीडिया से आनन्द बॉबी चावला झांसी।