बेरूत/बुडापेस्ट: लेबनान में पेजर में हुए विस्फोटों के ठीक अगले दिन बुधवार को देश के कई हिस्सों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में एक साथ हुए विस्फोटों से सिर्फ बेरूत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया हिल गई। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में हुए विस्फोटों से लेबनान में मरने वालों की संख्या भी आज बढ़कर 14 हो गई है। जबकि इस घटना में करीब 450 लोग घायल हुए हैं। लेबनान को शक है कि ये सब इजरायल का काम है। कहा जा रहा है कि इजरायल ने शायद हिजबुल्लाह के संचार नेटवर्क को निशाना बनाने के इरादे से ये हमला किया है। दुनिया के दूसरे देश भी जंग की इस नई शुरुआत से हैरान हैं। आखिर कैसे कभी पेजर तो कभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण एक साथ फट रहे हैं। अब इस बात का भी डर है कि अगर इजरायल ने ये सब किया है तो लेबनान में उसकी अगली योजना क्या है?
इस सोच से लेबनान में खलबली मची हुई है। पेजर के बाद इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में हुए तथाकथित धमाकों ने लेबनान को यकीन दिला दिया है कि अब इजरायल कुछ भी कर सकता है। लेबनान को पूरा शक है कि ये दोनों धमाके इजरायल ने ही किए हैं। और हो भी क्यों न, क्योंकि निशाना तो हिजबुल्लाह आतंकी नेटवर्क ही रहा है। जिन पेजर में धमाके हुए, उनका इस्तेमाल हिजबुल्लाह आतंकी कर रहे थे। इसके बाद बारी आई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की, जिसमें रेडियो और वॉकी-टॉकी प्रमुख हैं। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की बैटरी अचानक बम में बदल गई तो लेबनान हिल गया। हर तरफ अफरा-तफरी मच गई।
लेबनान में इजरायल की अगली योजना क्या है?
दूसरे देश भी यह नहीं समझ पा रहे हैं कि अगर वाकई इस घटना को इस्राइल ने अंजाम दिया है तो उसने ऐसा कैसे किया? कोई भी देश भविष्य में अपने दुश्मन के खिलाफ इस तरीके का इस्तेमाल करने की कोशिश कर सकता है। पेजर और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में धमाकों के बाद किसी को नहीं पता कि हिजबुल्लाह को खत्म करने के लिए इस्राइल की अगली योजना क्या होगी। लेकिन उसकी अगली योजना के बारे में सोचकर ही पूरे लेबनान में दहशत है। अब हिजबुल्लाह और लेबनान को लग रहा है कि इस्राइल कुछ भी कर सकता है। ऐसे में हिजबुल्लाह समेत लेबनानी सेना और सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट पर हैं। किस तरह से इस्राइल ने कथित तौर पर पेजर और फिर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को हैक करके इस घटना को अंजाम दिया। इसकी भी जांच की जा रही है।
अंतिम संस्कार के समय भी मौत की बारिश होने लगी
इसी तरह के धमाके लेबनान के साथ-साथ सीरिया में भी हुए। दोनों ही इजरायल के दुश्मन हैं। ऐसे में शक की सुई इजरायल पर जा रही है। लेबनान और सीरिया में जो पेजर फटे, वे हंगरी की एक कंपनी ने बनाए थे। इसका मुख्यालय हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में है। बुधवार को ताइवान की कंपनी गोल्ड अपोलो की ओर से जारी बयान के मुताबिक एआर-924 पेजर का निर्माण बीएसी कंसल्टिंग केएफटी ने किया था। हिजबुल्लाह के अधिकारियों ने कहा कि खबरों के मुताबिक निशाना साधने के लिए वॉकी-टॉकी और सोलर उपकरण का भी इस्तेमाल किया गया। बेरूत में एक दिन पहले पेजर विस्फोट में मारे गए हिजबुल्लाह के तीन सदस्यों और एक बच्चे को दफनाते समय कई धमाके सुने गए। दक्षिणी तटीय शहर सिडोन में एपी के एक फोटोग्राफर ने धमाकों के कारण एक कार और एक मोबाइल फोन की दुकान को क्षतिग्रस्त होते देखा।
इजराइल-लेबनान में सीधे युद्ध की आशंका बढ़ी
अभी तक लेबनान की तरफ से ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ही इजरायल पर हमला कर रहा था। लेकिन अब इजरायल और लेबनान के बीच सीधे युद्ध की संभावना भी बढ़ गई है। लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक बेरूत और दक्षिणी लेबनान के कई इलाकों में घरों में सौर ऊर्जा सिस्टम में विस्फोट हो गया, जिसमें कम से कम एक लड़की घायल हो गई। ये धमाके ऐसे समय में हुए हैं, जब मंगलवार को देशभर में हुए पेजर धमाकों के बाद लेबनान में अफरातफरी और गुस्सा है। इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष के बीच इन विस्फोटों के बाद तनाव और बढ़ गया है, जिससे इसके पूर्ण युद्ध में बदलने का खतरा पैदा हो गया है। पूरे घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि एहतियात के तौर पर इजरायल ने बुधवार को लेबनान से लगी अपनी सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।