स्पीड पोस्ट डिलीवरी में डाक विभाग की घोर लापरवाही, शिकायत के बावजूद नहीं हो रहा सुधार।

नौतनवा/महराजगंज(आज):सतीश कुमार पुत्र दीपक कुमार निवासी मौलाना आजाद नगर ने भारतीय डाक विभाग में शिकायत कर,लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया। उनका कहना है कि ट्रैकिंग में स्पीड पोस्ट की डिलीवरी दिख रही है, लेकिन उन्हें आज तक वह डाक प्राप्त नहीं हुई। यह पाँचवीं बार है जब उन्होंने डिलीवरी में गड़बड़ी को लेकर शिकायत दर्ज की है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि कई पोस्टमैन डाक देने के बदले ₹10, ₹20, या ₹50 रुपये तक की मांग करते हैं। यदि पैसा नहीं दिया जाए तो वे डाक वापस कर देते हैं या नष्ट कर देने की बात करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अक्सर पोस्टमैन यह जाने बिना कि डाक में क्या है, उसे अपने पास रख लेते हैं, और कई बार महीनों तक नहीं देते। उनका कहना है कि अगर ऐसी ही लापरवाही जारी रही, तो लोग समय पर जॉब इंटरव्यू, सरकारी नोटिस या कोर्ट संबंधी दस्तावेज़ नहीं प्राप्त कर पाएंगे, जिससे उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है या गैर-जमानती वारंट तक जारी हो सकता है।
उन्होंने निजी कूरियर सेवाओं से तुलना करते हुए कहा कि वहाँ के डिलीवरी बॉय कम पैसों में समय पर पैकेज पहुँचा देते हैं और लोगों को अच्छी तरह पहचानते भी हैं। वहीं पोस्टमैन केवल नेताओं या प्रभावशाली लोगों के घर ही डाक देने में रुचि दिखाते हैं, आम आदमी की डाक उपेक्षित रह जाती है।
अब सवाल उठता है कि आखिर कब इस लापरवाह व्यवस्था का अंत होगा और आम नागरिकों की डाक सुरक्षित व समय पर पहुँचनी शुरू होगी।

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