नौतनवां/महराजगंज (आज): न्याय की गुहार लगा रहे भाजपा मंडल मंत्री (नौतनवां पश्चिम) विक्रम पासवान का आमरण अनशन मंगलवार को पंद्रहवें दिन भी जारी रहा। हैरानी की बात है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के स्पष्ट आदेश के बावजूद प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
ग्राम गंगवलिया टोला करौता निवासी विक्रम पासवान वर्षों पुराने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। वर्ष 2021 में उच्च न्यायालय ने इस अतिक्रमण को हटाने का आदेश दिया था, मगर स्थानीय प्रशासन ने इसे लगातार नजरअंदाज किया।
सूत्रों के अनुसार, प्रशासन पर प्रभावशाली लोगों का दबाव है, जिसके चलते केवल खानापूर्ति कर मामले को टाल दिया जा रहा है। विक्रम पासवान ने बताया कि न्याय पाने की कोशिश में उन्होंने कई बार अधिकारियों के दरवाजे खटखटाए, लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगी।
सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि जब सत्ताधारी पार्टी का नेता ही न्याय के लिए आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर है, तो आम जनता की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। प्रशासन की इस उदासीनता से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है और उसकी कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।